शिमला, राष्ट्र व्यू।
केसीसी बैंक के OTS (वन टाइम सेटलमेंट) प्रकरण की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को बैंक अधिकारियों से लंबी पूछताछ की। पूछताछ के दौरान एक बैंक अधिकारी का ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ गया, जिसके बाद उन्हें उपचार के लिए IGMC शिमला में भर्ती कराना पड़ा।
10 घंटे तक पूछताछ
ईडी ने शिमला में बैंक के तीन वरिष्ठ अधिकारियों से करीब 10 घंटे तक पूछताछ की। जांच एजेंसी ने अधिकारियों को जांच पूरी होने तक शिमला में ही रुकने का निर्देश दिया है। पूछताछ में ईडी ने बैंक अधिकारियों से कई दस्तावेज और रिकॉर्ड भी जब्त किए।
रिकॉर्ड और लोन से जुड़ा मामला
सूत्रों के अनुसार, ईडी ने बैंक अधिकारियों से 45 करोड़ रुपये के होटल लोन की ओटीएस डील से जुड़े रिकॉर्ड की मांग की है। इस लोन में से करीब 24 करोड़ रुपये की माफी को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। माना जा रहा है कि इस सौदे ने बैंक की वित्तीय स्थिति को बड़ा झटका दिया है।
जांच के दायरे में निदेशक मंडल भी
ईडी ने बैंक प्रबंधन को नोटिस भेजकर करीब 15 बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी है। 26 सितंबर, 2025 तक सभी रिकॉर्ड प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया था। इस जांच के बाद न केवल बैंक अधिकारी बल्कि निदेशक मंडल के कई सदस्य भी ईडी के रडार पर आ सकते हैं।
ईडी की सख्ती
जांच एजेंसी मामले के हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है और आने वाले दिनों में कई अहम खुलासे होने की संभावना है।