स्टाफ रिपोर्टर | Rashtra View | बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश)
स्वारघाट उपमंडल के तहत आने वाली बैहल-किंकरवाली संपर्क सड़क वर्षों से जर्जर हालत में है। यह सड़क वर्ष 2007-08 में बनाई गई थी, लेकिन लगभग 18-19 वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक पक्की टायरिंग से वंचित है। वर्तमान में इस मार्ग की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि यह ग्रामीणों, यात्रियों और वाहन चालकों के लिए खतरे का सबब बन चुकी है।
सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे, बजरी और फिसलन बन रहे दुर्घटना का कारण
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क पर बने गहरे गड्ढे और निकली हुई बजरी वाहन चालकों के लिए गंभीर जोखिम पैदा कर रही है। बारिश के दिनों में हालात और भी बिगड़ जाते हैं, जिससे फिसलन और दुर्घटनाएं आम बात हो गई हैं।
क्या कभी अधिकारियों ने इस सड़क का निरीक्षण किया?
ग्रामीणों का सवाल है कि क्या इतने वर्षों में कोई विभागीय अधिकारी या कर्मचारी इस मार्ग का निरीक्षण करने नहीं आया? अगर आया भी, तो इतने खस्ताहाल हालात पर किसी ने कार्यवाही क्यों नहीं की?
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पीडब्ल्यूडी विभाग ने पहले भी मरम्मत के नाम पर सिर्फ पैचवर्क करके मामला टाल दिया, लेकिन सड़क की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ।
पंजाब और हिमाचल को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण लिंक मार्ग
यह सड़क न केवल हिमाचल प्रदेश बल्कि पंजाब के कई गांवों को भी जोड़ती है, जिससे इसका सामरिक और आर्थिक महत्व और बढ़ जाता है। इसके बावजूद सरकार और विभागों की अनदेखी चिंता का विषय है।
ग्रामीणों ने उठाई एकजुट आवाज — “तुरंत टायरिंग होनी चाहिए”
वेद प्रकाश, मदनलाल, कमल, कर्मचंद, गुरुदेव, काला अवतार चंद, तरसेम, काका दीपू, सुखदेव सिंह, विजय, नरेंद्र सिंह, मनोहर लाल, अंग्रेजी लाल, कुलदीप सिंह, पोलाराम, केवल, प्यारेलाल सहित ग्रामीणों ने राज्य सरकार और पीडब्ल्यूडी विभाग से तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है।
ग्रामीणों की मांग
✅ सड़क की जल्द से जल्द मरम्मत और टायरिंग की जाए
✅ इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर लिया जाए
✅ आवागमन को सुगम बनाकर जन-जीवन और जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए
📢 Rashtra View सरकार और संबंधित विभागों से आग्रह करता है कि इस मामले पर तत्काल संज्ञान लिया जाए और जनता की समस्या का समाधान हो।