पंजाब, 31 मई 2025 – भारत सरकार के निर्देश पर ऑपरेशन शील्ड के तहत पंजाब के विभिन्न जिलों में एक व्यापक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य राज्य की आपातकालीन स्थितियों में प्रतिक्रिया क्षमता और नागरिक जागरूकता को परखना था।
📍 क्यों हुई मॉक ड्रिल?
हाल ही में भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव और जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी घटनाक्रम के मद्देनजर, केंद्र सरकार ने राज्यों को आपातकालीन तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इसी कड़ी में पंजाब सरकार द्वारा 20 जिलों में एक साथ मॉक ड्रिल आयोजित की गई।
🕓 कब और कैसे हुआ अभ्यास?
यह मॉक ड्रिल शाम 6 बजे शुरू हुई, जिसमें ब्लैकआउट (सभी स्ट्रीट लाइट्स बंद) और सायरन बजाकर हवाई हमले जैसे परिदृश्य को दर्शाया गया। प्रशासन ने आम लोगों से सहयोग की अपील की और उन्हें शांत रहने और सुरक्षा नियमों का पालन करने को कहा।
📌 जिलेवार गतिविधियाँ
👉 अमृतसर
अमृतसर जिला प्रशासन ने ऑपरेशन शील्ड के तहत शहर में ब्लैकआउट की योजना बनाई। रात 8 बजे इमरजेंसी सायरन बजाए गए और सार्वजनिक स्थलों की लाइटें बंद की गईं। नागरिकों को मॉक ड्रिल के समय घर में रहने और खिड़कियां बंद रखने की सलाह दी गई।
👉 होशियारपुर
डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन के नेतृत्व में दसूहा कैंट ग्राउंड में एक सजीव मॉक ड्रिल की गई। एक फिक्शनल परिदृश्य के अनुसार, सैन्य स्टेशन पर ड्रोन हमले की स्थिति को दर्शाया गया और प्रशासन ने 20 'पीड़ितों' को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का अभ्यास किया।
🎯 मॉक ड्रिल का उद्देश्य
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नागरिकों को आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रोटोकॉल की जानकारी देना
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प्रशासनिक और पुलिस बलों की तैयारियों का मूल्यांकन करना
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हवाई हमले, मिसाइल हमले जैसे परिदृश्यों में नागरिक सहयोग और बचाव व्यवस्था को बेहतर बनाना
📣 प्रशासन का संदेश
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस अभ्यास की निगरानी की और सभी जिलों के प्रशासन को नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने जनता से अपील की कि वे ऐसे अभ्यासों को गंभीरता से लें और भविष्य के लिए तैयार रहें।