पंजाब में ड्राइविंग लाइसेंस घोटाले के चलते निलंबित किए गए दो अधिकारियों को सरकार द्वारा बहाल किए जाने के बाद राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया है। सरकार के इस फैसले पर विपक्षी नेताओं बिक्रम सिंह मजीठिया और प्रताप सिंह बाजवा ने कड़ा ऐतराज़ जताया है।
🔍 क्या था मामला?
ड्राइविंग लाइसेंस घोटाले में दो अफसरों को निलंबित किया गया था। उन पर आरोप था कि वे फर्जी तरीके से लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया में संलिप्त थे। यह मामला तब उजागर हुआ जब कुछ संदिग्ध लाइसेंसों की जांच के दौरान गड़बड़ियां सामने आईं।
🧾 सरकार ने जारी किए बहाली के आदेश
अब पंजाब सरकार ने उन दोनों अधिकारियों की बहाली के आदेश जारी कर दिए हैं। हालांकि सरकार की ओर से इस फैसले के पीछे किसी विशेष कारण या जांच रिपोर्ट का सार्वजनिक उल्लेख नहीं किया गया है।
🗣️ विपक्ष का सवाल: क्यों हुई बहाली?
शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम मजीठिया ने कहा कि “यदि आरोप गंभीर थे, तो बहाली किस आधार पर की गई?” उन्होंने यह भी पूछा कि क्या पूरी जांच प्रक्रिया पूरी हो गई है या फिर यह फैसला राजनीतिक दबाव में लिया गया है।
वहीं, कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी इस बहाली को लेकर सरकार की नीयत पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इससे जनता में यह संदेश जाएगा कि भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई केवल दिखावे के लिए होती है।