शिमला। बिशप कॉटन स्कूल के छात्रों के अपहरण मामले में आरोपी सुमित सूद ने पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। आरोपी का इरादा था कि वह अपहृत बच्चों के परिजनों से बिटकॉइन के रूप में फिरौती वसूले। सोमवार को पुलिस ने उससे करीब तीन घंटे तक गहन पूछताछ की, जिसमें अपहरण की पूरी योजना सामने आई।
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी ने घटना से लगभग एक सप्ताह पहले बच्चों के अपहरण की योजना बनाई थी। 8 अगस्त को वह अपने घर से पिता की लाइसेंसी पिस्तौल, आठ राउंड गोलियां, चाकू, मास्क, रस्सी और डक्ट टेप लेकर निकला। उसने अपनी कार को स्कूल से करीब 100 मीटर पहले पार्क किया और दोपहर 12:15 बजे स्कूल गेट से बाहर निकलते तीन बच्चों को देखा। उन्हें ऑकलैंड छोड़ने का बहाना देकर कार में बैठाया।
आरोपी ने बच्चों को खलीणी, टालैंड, संजौली होते हुए ढली पहुंचाया, जहां उसने उन्हें बताया कि वे किडनैप हो चुके हैं। कुफरी में उसने पिस्तौल दिखाकर डराया और बच्चों की आंखों पर टेप लगवा दी।
बाद में आरोपी उन्हें अपने घर ले गया, पिज़्ज़ा खिलाया और उनके घरवालों के मोबाइल नंबर लिए। इसके बाद उसने परिजनों को कॉल कर धमकी दी कि स्कूल प्रबंधन को न बताएं और पुलिस से संपर्क न करें।
पुलिस के अनुसार, आरोपी आर्थिक संकट से जूझ रहा था। मार्च में उसके बगीचे में आग लगने से करीब 1200 सेब के पेड़ जलकर नष्ट हो गए थे और शेयर मार्केट में भी उसे भारी नुकसान हुआ था। यह भी सामने आया कि फिरौती की रकम वह क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में लेना चाहता था। लेकिन, इससे पहले कि वह अपनी योजना को अंजाम देता, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
एएसपी शिमला नवदीप सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।