चंडीगढ़। पंजाब पुलिस द्वारा चलाई जा रही नशा मुक्त पंजाब मुहिम ने पिछले तीन महीनों में अहम उपलब्धियां हासिल की हैं। पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने हाल ही में प्रेस वार्ता में बताया कि 1 मार्च से 31 मई 2025 तक राज्यभर में नशा तस्करों के खिलाफ 8,344 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 14,734 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
मुख्य उपलब्धियां:
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गिरफ्तारी और बरामदगी:
पुलिस ने 13,038 तस्करों और 1,696 सूचीबद्ध सप्लायरों को गिरफ्तार किया है।
इस अवधि में 586 किलोग्राम हेरोइन, 247 किलोग्राम अफीम, 14 टन भुक्की, और अन्य मादक पदार्थ बरामद किए गए। -
ड्रग मनी और संपत्ति जब्ती:
₹10.76 करोड़ की ड्रग मनी और ₹74.27 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त की गई।
144 तस्करों की संपत्तियों पर कार्रवाई और 48 हवाला संचालकों की गिरफ्तारी से नेटवर्क को तोड़ा गया। -
पुनर्वास और इलाज:
नशीले पदार्थों के साथ पकड़े गए 1,121 व्यक्तियों को पुनर्वास केंद्र भेजा गया।
6,483 पीड़ितों को OAAT केंद्रों से इलाज दिलवाया गया।
भविष्य की रणनीति:
डीजीपी गौरव यादव ने 31 मई को बताया कि अगले 60 दिनों के लिए एक नई रणनीति बनाई गई है। इसके तहत:
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नए AI संचालित डाटाबेस से अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।
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बॉर्डर इलाकों में ड्रग्स की तस्करी रोकने के लिए 9 एंटी-ड्रोन सिस्टम खरीदे जा रहे हैं।
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सभी जेलों में नशा मुक्ति केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए ₹500 करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया है।
निष्कर्ष:
पंजाब सरकार और पुलिस द्वारा चलाया गया यह अभियान समाज में नशे के दुष्प्रभावों को कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। हालांकि पूरी तरह से इस चुनौती से निपटने में समय लगेगा, लेकिन लगातार प्रयासों से सकारात्मक बदलाव संभव है।