हिमाचल प्रदेश में इस बार जून का महीना सामान्य से काफी अलग रहा। आमतौर पर गर्मी से परेशान करने वाले इस महीने में भारी बारिश ने पूरे राज्य में तबाही मचा दी। महीने के अंतिम दिन भी बारिश ने कहर बरपाया। शिमला के उपनगर में पांच मंजिला इमारत गिर गई, जबकि ढली की ऐतिहासिक सुरंग बंद करनी पड़ी।
रामपुर क्षेत्र में दो स्थानों पर बादल फटने की घटनाएं हुईं, जिसमें एक मकान, तीन गौशालाएं और कई मवेशी बह गए। प्रदेश के अन्य इलाकों में भी बारिश और भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा।
भारी बारिश का अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने 6 जुलाई तक राज्य भर में भारी बारिश की संभावना जताई है। कुछ जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। विशेष रूप से 1 और 4 जुलाई को शिमला, मंडी, कुल्लू और कांगड़ा में भारी वर्षा की चेतावनी है।
भारी बारिश की संभावित तिथियाँ:
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1 जुलाई: शिमला, मंडी जिलों में भारी बारिश की संभावना
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2 जुलाई: ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, सोलन और सिरमौर में वर्षा का पूर्वानुमान
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3 जुलाई: ऊना, हमीरपुर, सोलन, शिमला और मंडी के कुछ इलाकों में बारिश का यलो अलर्ट
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4 जुलाई: चंबा, कांगड़ा, सोलन और शिमला में वर्षा की संभावना
प्रभावित क्षेत्रों में सतर्कता बरतने की अपील
प्रशासन ने लोगों से निचले क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने को कहा है। भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में अनावश्यक आवाजाही से बचने की सलाह दी गई है।
निष्कर्ष:
हिमाचल प्रदेश में मानसून का आगमन राहत के साथ-साथ चुनौतियाँ भी लेकर आया है। आगामी दिनों में सतर्कता और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करना जरूरी है।
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