अमृतसर, 26 जून 2025।
शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को विजिलेंस विभाग ने बुधवार को अमृतसर स्थित उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी आय से अधिक संपत्ति और कथित तौर पर ड्रग मनी से जुड़े हवाला लेन-देन के मामले में की गई है।
विजिलेंस जांच के मुख्य बिंदु:
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मजीठिया के खिलाफ मोहाली विजिलेंस थाना में अवैध संपत्ति रखने का मामला दर्ज है।
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शुरुआती जांच में पता चला है कि 540 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति उनके पास है, जिसका कोई वैध स्रोत स्पष्ट नहीं किया गया है।
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विजिलेंस की विशेष जांच टीम (SIT) को 161 करोड़ रुपये की बेहिसाबी नकदी की जानकारी मिली है, जो मजीठिया के नियंत्रण वाली कंपनियों के बैंक खातों में जमा हुई थी।
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जांच में विदेशी संस्थाओं द्वारा 141 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेन-देन और ब्यौरे में दर्ज 236 करोड़ की बिना स्पष्टीकरण जमा की जानकारी भी सामने आई है।
छापेमारी और गिरफ्तारी की कार्यवाही:
बुधवार सुबह साढ़े 6 बजे विजिलेंस की टीम ने अमृतसर स्थित ग्रीन एवेन्यू में मजीठिया के आवास पर कार्रवाई शुरू की।
टीम ने करीब 12:30 बजे तक छानबीन की और इसके बाद उन्हें पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया। इस दौरान उनकी पत्नी और विधायक गनीव कौर मजीठिया भी मौजूद थीं।
शाम 4:44 बजे उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
प्रवक्ता का बयान:
विजिलेंस विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि—
“मजीठिया और उनकी पत्नी के नाम पर कई चल और अचल संपत्तियों में बढ़ोत्तरी हुई है। इनकी कोई वैध आय का स्रोत नहीं बताया गया है। केस में जांच जारी है और आगे और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।”
निष्कर्ष:
यह मामला पंजाब की राजनीति में एक अहम मोड़ साबित हो सकता है। विजिलेंस विभाग की कार्रवाई से यह संकेत मिलता है कि आय से अधिक संपत्ति और हवाला कारोबार जैसे मामलों में अब गंभीरता से जांच की जा रही है।
📌 Disclaimer: यह समाचार केवल सार्वजनिक रिपोर्ट्स और आधिकारिक बयानों पर आधारित है। इसका उद्देश्य जानकारी देना है, न कि किसी व्यक्ति विशेष के प्रति पूर्वग्रह फैलाना।
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