पंजाब की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। इस बार मामला केंद्र सरकार की योजनाओं को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच टकराव का है।
✅ बीजेपी का आरोप
पंजाब बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने आरोप लगाया कि पार्टी ने राज्य के 1500 गांवों में 1444 कैंप आयोजित करने की योजना बनाई थी। इन कैंपों का मकसद गरीबों, महिलाओं और किसानों को केंद्र की योजनाओं से जोड़ना था। लेकिन, AAP सरकार ने इनमें से 39 कैंप जबरन रोक दिए और कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया।
बीजेपी का कहना है कि जालंधर, पटियाला समेत कई जिलों में पुलिस और जिला प्रशासन ने उनके कार्यक्रम बंद करवा दिए। इस कार्रवाई को पार्टी ने जनविरोधी कदम बताया है।
✅ राज्यपाल से मुलाकात
अश्विनी शर्मा के नेतृत्व में बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को शिकायत दर्ज कराई कि AAP सरकार केंद्र की योजनाओं को ज़मीनी स्तर पर लागू करने में अड़चन डाल रही है।
✅ अश्विनी शर्मा का बयान
अश्विनी शर्मा ने कहा –
"अगर बीजेपी कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर लोगों को उनके अधिकार और योजनाओं की जानकारी दे रहे हैं तो इसमें AAP को दिक्कत क्यों हो रही है? केंद्र की योजनाओं का लाभ हर नागरिक का अधिकार है और हम इसे जनता तक पहुंचाते रहेंगे।"