चंडीगढ़ नगर निगम सदन की 322वीं बैठक मंगलवार को पूरी तरह से पार्किंग घोटाले के मुद्दे पर हंगामे की भेंट चढ़ गई। जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी दलों ने निगम प्रशासन पर सवालों की बौछार कर दी।
बैठक से पहले ही आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षद धरने पर बैठ गए। दरअसल, मेयर ने कुछ दिन पहले आदेश जारी किया था कि किसी भी विकास कार्य या उद्घाटन से पहले उन्हें जानकारी देना जरूरी होगा। AAP पार्षदों ने इस आदेश का विरोध जताते हुए सदन के बाहर ही नारेबाजी की।
सदन में AAP, कांग्रेस और भाजपा तीनों दलों के पार्षद एक सुर में CBI जांच की मांग करते रहे। उनका आरोप था कि पार्किंग घोटाले में बड़े स्तर पर गड़बड़ियां हुई हैं और विभागीय अधिकारी जवाबदेही से बच रहे हैं।
हंगामे के बीच इस घोटाले से संबंधित विभागीय जांच रिपोर्ट सदन में पेश नहीं की गई। इससे नाराज़ पार्षदों ने निगम अधिकारियों पर जमकर सवाल दागे, लेकिन अधिकांश सवालों का कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला।