हिमाचल प्रदेश विधानसभा सत्र के दौरान पेयजल योजनाओं और ठेकेदारों के मुद्दे पर चर्चा हुई। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सुलह विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार द्वारा जिस पेयजल योजना का जिक्र किया गया है, उसका कार्य पूरा हो चुका है और टेस्टिंग भी हो गई है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि जैसे ही विधायक परमार मुख्यमंत्री और उन्हें अपने क्षेत्र का न्योता देंगे, उस योजना का शुभारंभ कर दिया जाएगा।
📌 जल शक्ति विभाग में पंजीकृत ठेकेदारों का ब्योरा
इससे पहले विधायक विपिन सिंह परमार ने प्रश्न उठाया कि जल शक्ति विभाग में कितने ठेकेदार पंजीकृत हैं और पिछले ढाई साल में कितने ब्लैकलिस्ट हुए।
जवाब में उपमुख्यमंत्री ने विस्तृत जानकारी दी –
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विभाग में कुल 11,143 ठेकेदार पंजीकृत हैं।
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ए श्रेणी – 215
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बी श्रेणी – 293
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सी श्रेणी – 852
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डी श्रेणी – 9783
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पिछले दो वर्षों में विभाग ने 92,619 कार्य ठेकेदारों को आवंटित किए। इनमें से 74,336 कार्य पूरे हो चुके हैं, जबकि 18,253 कार्य अधूरे हैं। इन प्रोजेक्ट्स पर लगभग 6605 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। अब तक ठेकेदारों को 4000 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है, जबकि शेष 2477 करोड़ रुपये की राशि अभी देनी बाकी है।
📌 चौपाल क्षेत्र में नया बस अड्डा और डीजल पंप
चौपाल विधानसभा क्षेत्र को लेकर उपमुख्यमंत्री ने घोषणा की कि नेरवा में नया बस अड्डा बनाया जाएगा। इसके लिए भूमि का चयन हो चुका है। यहां एचआरटीसी अपना डीजल पंप भी स्थापित करेगी।
विधायक बलबीर वर्मा के प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने बताया कि पूर्व सरकार के समय में चौपाल क्षेत्र के सात बस रूट बंद कर दिए गए थे। वर्तमान में तारादेवी और नेरवा डिपो से 148 बसें स्वीकृत हैं, जिनमें से 121 बसें ही उपलब्ध हैं। 27 बसों की कमी बनी हुई है।
उन्होंने बताया कि अभी नेरवा क्षेत्र में 42 बसें चलाई जा रही हैं और यदि शेष रूट फिर से शुरू करने हैं तो अतिरिक्त 42 बसों की आवश्यकता होगी।