हिमाचल प्रदेश में मानसून का असर लगातार देखने को मिल रहा है। भले ही कुछ इलाकों में मौसम साफ हुआ हो, लेकिन लोगों की मुश्किलें अभी भी कम नहीं हुई हैं। शुक्रवार सुबह 10 बजे तक राज्य में एक नेशनल हाईवे सहित 339 सड़कें बंद रहीं। इसके अलावा, 132 बिजली ट्रांसफार्मर और 141 पेयजल योजनाएं प्रभावित होने से कई जगहों पर बिजली और पानी की सप्लाई बाधित है।
सबसे ज्यादा नुकसान मंडी और कुल्लू जिलों में देखने को मिला है। मंडी में 165 और कुल्लू में 123 सड़कें भूस्खलन के कारण ठप हो गई हैं।
📌 बारिश से नुकसान – गोशाला ढही, स्कूल में जलभराव
ऊना जिले की उप तहसील जोल के गांव बेहला में गुरुवार देर रात भारी बारिश से एक गोशाला ध्वस्त हो गई। इस हादसे में एक भैंस मलबे में दब गई, जिसे कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाला गया।
वहीं, उपमंडल अंब के अंतर्गत आने वाले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टकारला में बारिश से हुए जलभराव की समस्या अभी तक बनी हुई है। यहां पढ़ने वाले 181 छात्र और 17 स्टाफ सदस्य पानी के बीच कार्य करने को मजबूर हैं। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि तीन दिन बीत जाने के बावजूद कोई प्रशासनिक अधिकारी हालात का जायजा लेने नहीं पहुंचा।
📌 मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, 28 अगस्त तक राज्य के कई हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।
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22 और 28 अगस्त – कई जगह हल्की से मध्यम बारिश की संभावना।
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23 से 27 अगस्त – अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के आसार।
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22 से 28 अगस्त – कई जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी।
सुबह जारी बुलेटिन में चार दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट भी घोषित किया गया था।
वहीं तापमान को लेकर विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटे में बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन आने वाले 3-4 दिनों में अधिकतम तापमान 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक घट सकता है।
📌 ताज़ा बारिश का आंकड़ा
बीती रात प्रदेश में हुई बारिश का रिकॉर्ड इस प्रकार है –
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मनाली – 18.0 मिमी
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आरएल बीबीएमबी – 15.6 मिमी
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कुफरी – 14.6 मिमी
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बजौरा – 7.5 मिमी
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ओलिंडा – 6.4 मिमी
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धौलाकुआं – 4.0 मिमी
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जुब्बड़हट्टी – 3.6 मिमी
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ऊना – 2.8 मिमी
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नारकंडा – 1.5 मिमी