भीड़ और इंतजार की तस्वीरें बयां करती हकीकत
चंडीगढ़ स्थित पीजीआई (PGIMER) में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सोमवार को ओपीडी में 10,850 से ज्यादा मरीज इलाज के लिए पहुंचे। इसके अलावा 236 मरीज इमरजेंसी में आए। इतने अधिक मरीजों के कारण अस्पताल के विभिन्न विभागों और टेस्ट काउंटर पर भारी भीड़ देखने को मिली।
टेस्ट काउंटर पर लंबी कतारें
रिसर्च ब्लॉक में मरीजों और उनके परिजनों को सैंपल जमा करने और फीस जमा करने के लिए दो घंटे तक लंबी कतार में खड़ा रहना पड़ा।
कई मरीज थककर जमीन पर बैठ गए, जबकि कुछ बाहर पड़े मलबे पर ही बैठकर अपनी बारी का इंतजार करते दिखे।
कतार में खड़े लोगों का कहना था कि कर्मचारियों से पूछने पर उन्हें जवाब मिला कि कभी सर्वर डाउन है और कभी स्टाफ की कमी की वजह से समय लग रहा है।
एक-एक मरीज पर लग रहा 15 मिनट
जीरकपुर से आए तेजिंदर पाल सिंह ने बताया कि वे दो घंटे से लाइन में खड़े हैं लेकिन अभी तक उनका नंबर नहीं आया।
कर्मचारियों ने उन्हें बताया कि सर्वर की दिक्कत के कारण एक मरीज का रजिस्ट्रेशन और टेस्ट एंट्री करने में लगभग 15 मिनट लग रहे हैं।
बढ़ता बोझ, घटती सुविधा
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छुट्टियों के बाद एक ही दिन में ओपीडी का बोझ बढ़ गया।
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केवल ओटी से ही 150 से अधिक सैंपल सोमवार को आए।
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भीड़ के कारण मरीजों और उनके परिजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
निष्कर्ष
पीजीआई जैसे बड़े अस्पताल में रोज़ाना हजारों मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। लेकिन भीड़, सर्वर दिक्कत और स्टाफ की कमी के चलते लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। यह स्थिति मरीजों और उनके परिजनों दोनों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है।