चंडीगढ़। पंजाब में 2027 विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है। राज्य में मुफ्त योजनाओं और केंद्र सरकार की स्कीमों को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) आमने-सामने आ गई हैं।
🏛️ कैंप बंद होने से गरमाई राजनीति
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी नेताओं ने हाल ही में राज्य के कई इलाकों में केंद्र की योजनाओं को प्रचारित और लागू करने के लिए कैंप लगाए थे। लेकिन अचानक इन कैंपों को बंद करा दिया गया और कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया।
⚖️ AAP का आरोप – डेटा चोरी
इस मामले पर आम आदमी पार्टी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी इन कैंपों के जरिए लोगों का निजी डेटा इकट्ठा कर रही थी। पार्टी का कहना है कि जनता की संवेदनशील जानकारी को गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है।
🔥 बीजेपी का पलटवार – योजनाओं को रोका गया
वहीं, बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि पंजाब सरकार गरीबों तक केंद्र की मदद पहुंचाने से रोक रही है। पार्टी नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात कर इस पूरे मुद्दे की शिकायत दर्ज कराई और कैंप दोबारा शुरू करने की मांग की।
📌 चुनावी माहौल में बढ़ी टकराहट
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि मुफ्त योजनाओं और सरकारी कैंपों पर खींचतान का असर सीधे 2027 विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा। दोनों ही पार्टियां गरीब और मध्यम वर्ग के वोट बैंक को साधने की कोशिश कर रही हैं।