Hans Raj, Rashtra View
पिछले 24 घंटों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में भारी तबाही मचाई है। भूस्खलन और जलभराव के कारण जिले की आठ प्रमुख संपर्क सड़कें पूरी तरह से बंद हो गई हैं, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
मुख्य मार्ग प्रभावित:
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कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन (समलेटू से जगातखाना)
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थापना से मैहला तक सड़क – वन-वे
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कैंचीमोड़-नयनादेवी
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भड़ोलीकलां-जेजवीं
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बैरी-दाड़ला मोड़ (खारसी के रास्ते)
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तलाई-झंडूता (मांडवां-बागछाल होते हुए)
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नयनादेवी-आनंदपुर साहिब
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ग्वालथाई-भाखड़ा-नयनादेवी
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घुमारवीं-बरठीं (सुन्हाणी के रास्ते)
विभिन्न क्षेत्रों में नुकसान का आंकलन:
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33 पशुशालाएं क्षतिग्रस्त
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13 कच्चे मकान, 5 पक्के मकान, 13 रसोईघर, और 2 दुकानें तबाह
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34.56 लाख रुपए की निजी संपत्ति को नुकसान
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32 पेयजल योजनाएं पूरी तरह प्रभावित – ₹1.19 करोड़ का नुकसान जलशक्ति विभाग को
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शहरी आजीविका केंद्र, जिसकी लागत ₹3.5 करोड़ है, को भी भूस्खलन से खतरा
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नगर परिषद द्वारा रिटेनिंग वॉल लगाने की योजना तैयार
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विद्युत विभाग: 23 बिजली खंभे क्षतिग्रस्त – ₹2.30 लाख का नुकसान
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स्वास्थ्य विभाग: ₹5 लाख का नुकसान
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उच्च शिक्षा विभाग: ₹14.5 लाख का अनुमानित नुकसान
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डंगों व नालियों के टूटने से ₹6.36 करोड़ का अतिरिक्त नुकसान
पशुधन का नुकसान:
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गोरी निवासी बंगी राम के बछड़े की मृत्यु – ₹20,000 का नुकसान
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मंडयाली निवासी मदन लाल की भैंस की मृत्यु – ₹50,000 का नुकसान
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
बिलासपुर के उपायुक्त राहुल कुमार ने बताया कि सभी विभागों से नुकसान का आकलन प्राप्त कर लिया गया है और प्रभावितों को नियमानुसार सहायता प्रदान की जा रही है। लोक निर्माण विभाग और अन्य संबंधित एजेंसियां सड़कों और अन्य बुनियादी ढांचे को बहाल करने में जुटी हैं।