कुल्लू और मनाली के बीच बंद पड़ी सड़क को बहाल करने के लिए भारतीय वायु सेना का चिनूक हेलिकॉप्टर शुक्रवार को बिंदू ढांक के पास मशीनरी उतारेगा।
अधिकारियों के अनुसार, हेलिकॉप्टर से छह सॉर्टी की जाएंगी, जिनमें भुंतर से जेसीबी और अन्य आवश्यक उपकरण बिंदू ढांक तक पहुंचाए जाएंगे। पिछले तीन दिनों से खराब मौसम के कारण यह अभियान टल रहा था। मौसम साफ होने के बाद अब मशीनरी को मौके पर उतारा जाएगा, जिससे कुल्लू-मनाली के बीच यातायात बहाल करना आसान होगा।
एनएचएआई ने पहले ही मशीनरी भुंतर तक पहुंचा दी है, जिसे अब हेलिकॉप्टर से आगे भेजा जाएगा। जानकारी के अनुसार, कुल्लू-मनाली एनएच के लगभग 18 स्थान भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनमें से दो स्थानों की मरम्मत हो चुकी थी, लेकिन ताजा भूस्खलन ने फिर से यातायात रोक दिया है।
बुधवार देर रात सेब से भरे ट्रकों को मंडी की ओर निकालने के लिए मार्ग खोला गया, जिससे बड़ी संख्या में फंसे वाहन बाहर निकल पाए। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को भी दी गई।
इसके अलावा हिमाचल प्रदेश सरकार ने एनएचएआई के कार्यों में समन्वय के लिए एक विशेष टास्क फोर्स कमेटी का गठन किया है। इसकी अध्यक्षता लोक निर्माण मंत्री करेंगे। समिति में वन, राजस्व, जल शक्ति, उद्योग, परिवहन, ऊर्जा और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहित कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। यह समिति हर तीन महीने में बैठक कर कार्यों की प्रगति की समीक्षा करेगी।