भारत ने रक्षा क्षेत्र में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। गुरुवार को देश ने रेल आधारित मोबाइल लांचर प्रणाली से मध्यम दूरी की अग्नि-प्राइम मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया।
इस प्रणाली की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह बिल्कुल सामान्य कार्गो ट्रेन की तरह दिखती है। ऐसे में दुश्मन को यह पता ही नहीं चलता कि मिसाइल कहां से दागी जाएगी। इस मिसाइल का रिएक्शन टाइम बेहद कम है और यह चलते हुए ट्रेन से भी लॉन्च की जा सकती है।
अग्नि-प्राइम मिसाइल की मारक क्षमता लगभग 2000 किलोमीटर तक है और इसमें कई अत्याधुनिक तकनीकी खूबियां शामिल की गई हैं। रेल लांचर प्रणाली के साथ भारत अब अमेरिका, रूस, चीन और उत्तर कोरिया जैसे देशों की सूची में शामिल हो गया है, जिनके पास यह क्षमता पहले से मौजूद है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए कहा कि विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए रेल लांचर से किया गया यह परीक्षण भारत की रक्षा तकनीक को नई ऊंचाइयों पर ले गया है। उन्होंने डीआरडीओ, सामरिक बल कमान और सशस्त्र बलों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रणाली की सबसे बड़ी ताकत इसकी मोबाइल क्षमता है। ट्रेन देशभर में कहीं भी घूम सकती है और कम समय में मिसाइल लॉन्च कर सकती है। इससे भारत की रणनीतिक शक्ति और भी मज़बूत होगी।