जन धन खाता री-केवाईसी: अंतिम मौका!
अगर आपने अभी तक अपने जन धन खाते की KYC अपडेट नहीं कराई है, तो तुरंत कार्रवाई करें। कल तक इसे पूरा न करने पर आपका खाता निष्क्रिय हो सकता है।
प्रधानमंत्री जन धन योजना, 2015 में शुरू हुई, ने लाखों लोगों को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा। इस साल के अंत तक देश में 56 करोड़ से अधिक जन धन खाते सक्रिय होने का अनुमान है। जिन खातों की स्थापना शुरुआती सालों में हुई थी, उन्हें अब री-केवाईसी की आवश्यकता है क्योंकि KYC की वैधता 10 साल की होती है।
री-केवाईसी क्यों जरूरी है:
2014-2015 में खोले गए खातों के लिए नियम के अनुसार KYC अपडेट करना अनिवार्य है। यह प्रक्रिया न केवल आपके खाते को सक्रिय रखती है बल्कि बैंकिंग सेवाओं में व्यवधान और धोखाधड़ी से भी बचाती है। सरकार ने 30 सितंबर 2025 तक री-केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया है।
री-केवाईसी कैसे कराएं:
री-केवाईसी बहुत आसान है। अपने बैंक ब्रांच जाएँ और पहचान पत्र, पते का प्रमाण और फोटो लेकर आएँ। यह प्रक्रिया बिल्कुल मुफ्त है। इसे पूरा करने के बाद आप बिना किसी रुकावट के बैंकिंग सेवाओं और सरकारी सब्सिडी का लाभ ले सकते हैं।
जन धन खाता वृद्धि का विवरण:
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2015: 14.72 करोड़ खाते
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2017: 28.17 करोड़ खाते
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2019: 35.27 करोड़ खाते
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2021: 42.20 करोड़ खाते
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2023: 48.65 करोड़ खाते
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2025 (अनुमानित): 56.16 करोड़ खाते
सरकार का सहयोग:
1 जुलाई से 30 सितंबर 2025 तक पूरे देश में ग्राम पंचायत स्तर पर कैंप आयोजित किए जा रहे हैं। इन कैंप में बैंक कर्मचारी खाता धारकों के घर जाकर री-केवाईसी पूरी कर रहे हैं। अब तक लगभग 1 लाख ग्राम पंचायतों में कैंप आयोजित किए जा चुके हैं।
जन धन खाते की सुविधाएं:
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जीरो बैलेंस अकाउंट: कोई न्यूनतम राशि नहीं रखनी होती
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फ्री रूपे कार्ड: ATM से पैसे निकालें और दुकानों पर भुगतान करें
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दुर्घटना बीमा: 2 लाख रुपए तक का कवर
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ओवरड्राफ्ट सुविधा: पात्रता होने पर 10,000 रुपए तक उधार
समय पर जन धन खाता री-केवाईसी करवाने से आपकी बैंकिंग सेवाएं बिना किसी बाधा के जारी रहेंगी और सरकारी सब्सिडी भी समय पर मिलेगी। अंतिम दिन का इंतजार न करें – आज ही अपने बैंक ब्रांच जाएँ।