कुल्लू, हिमाचल प्रदेश (Rashtra View):
हिमाचल प्रदेश में Kullu Dussehra 2025 के आयोजन को लेकर तैयारियाँ तेज़ हैं। पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी ने सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। डीजीपी ने प्रदेशवासियों को कुल्लू दशहरा 2025 के शुभ अवसर पर शुभकामनाएँ दी हैं।
उत्सव का समय और महत्व
यह उत्सव 2 से 10 अक्टूबर 2025 तक कुल्लू जिला मुख्यालय में मनाया जाएगा। Kullu Dussehra न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्थानीय व्यापारियों, कारीगरों और व्यवसायों के लिए आर्थिक अवसर भी प्रदान करता है। देश और विदेश से भारी संख्या में श्रद्धालु, पर्यटक और गणमान्य व्यक्ति इस महोत्सव में भाग लेते हैं।
सुरक्षा और व्यवस्था
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डीआईजी सेंटर रेंज मंडी राहुल नाथ: उत्सव व्यवस्थाओं के प्रभारी
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एसपी कुल्लू डॉ. कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन: कानून-व्यवस्था, यातायात और प्रोटोकॉल
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कमांडेंट पंडोह मंडी पदम चंद: मेला स्थल और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा
डीजीपी ने बताया कि एसपी कुल्लू और कमांडेंट थर्ड आईआरबीएन मंडी के तहत समन्वय करेंगे और डीआईजी सेंटर रेंज मंडी दैनिक रिपोर्ट एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था को देंगे।
उत्सव की झलक
कुल्लू दशहरा सदियों से मनाया जाता रहा है और यह अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है।
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स्थानीय देवताओं के भव्य जुलूस
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सांस्कृतिक कार्यक्रम: लोक संगीत, नृत्य और कला प्रदर्शन
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हस्तशिल्प और स्थानीय बाजार, जो कारीगरों और व्यापारियों का समर्थन करते हैं
यह महोत्सव सामाजिक समरसता, जनसांस्कृतिक संबंध और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है और राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करता है।
पुलिस और जनता का सहयोग
हिमाचल प्रदेश पुलिस सभी प्रतिभागियों से अनुरोध करती है कि वे प्रशासन का सहयोग करें, निर्देशों का पालन करें और किसी भी असामाजिक गतिविधि की तुरंत सूचना दें।
भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा प्रोटोकॉल
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पर्याप्त पुलिस तैनाती: आईआरबीएन, स्थानीय पुलिस और स्वयंसेवक
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चेक प्वाइंट, बैरिकेड और सीसीटीवी निगरानी
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आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम, मेडिकल स्टेशन और आपदा प्रबंधन दल
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यातायात नियंत्रण, भीड़ नियंत्रण और आपातकालीन निकासी योजना
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कड़ाई से कानून का पालन