नई दिल्ली। हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि का विशेष महत्व माना जाता है। प्रत्येक माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि कहा जाता है और यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है।
इस बार आश्विन मास की मासिक शिवरात्रि 19 सितंबर 2025, शुक्रवार को मनाई जाएगी। इसी दिन शुक्र प्रदोष व्रत भी पड़ रहा है। श्रद्धालु इस दिन व्रत रखकर और विशेष पूजन कर भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
मासिक शिवरात्रि का महत्व
मासिक शिवरात्रि के व्रत को करने से भक्तों के सभी दुख दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। माना जाता है कि इस व्रत से विवाहित जातकों के सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है तथा दांपत्य जीवन में खुशहाली बनी रहती है। अविवाहित युवाओं को भी इस व्रत से उत्तम जीवनसाथी की प्राप्ति होती है।
मासिक शिवरात्रि व्रत और पूजा विधि
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प्रातःकाल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें।
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व्रत का संकल्प लेकर दिनभर उपवास रखें।
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सायंकाल भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ति अथवा शिवलिंग का गंगाजल, दूध, दही, शहद और जल से अभिषेक करें।
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बेलपत्र, धतूरा, सफेद पुष्प और अक्षत अर्पित करें।
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शिव चालीसा या ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें।
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रात्री जागरण करें और शिव-पार्वती की आरती उतारें।
मासिक शिवरात्रि का लाभ
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व्रत रखने वाले भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
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पारिवारिक जीवन में प्रेम और शांति बनी रहती है।
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आर्थिक और मानसिक परेशानियों से मुक्ति मिलती है।
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भक्तों को भगवान शिव का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।