मोहाली। पंजाब सरकार के स्थानीय निकाय विभाग ने नगर निगम मोहाली को बड़ा वित्तीय झटका दिया है। वर्ष 2025-26 के प्रस्तावित बजट में 22 करोड़ रुपये की कटौती कर दी गई है।
नगर निगम पहले से ही वित्तीय संकट से जूझ रहा है और अब इस कटौती के कारण आने वाले समय में विकास कार्यों पर सीधा असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि निगम में मेयर और आप विधायक के बीच चल रही खींचतान भी इस फैसले की एक वजह हो सकती है।
बजट प्रस्ताव और स्वीकृति
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नगर निगम ने 158.69 करोड़ के अनुमानित व्यय के मुकाबले 211 करोड़ का बजट मांगा था।
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लेकिन स्थानीय निकाय विभाग ने भारी कटौती कर सिर्फ 188 करोड़ रुपये स्वीकृत किए।
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व्यय योजना में:
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स्थापना मद – 64.50 करोड़
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आकस्मिक मद – 6.9 करोड़
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प्रतिबद्ध व्यय – 52.19 करोड़
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गैर-प्रतिबद्ध व्यय – 35.31 करोड़ शामिल थे।
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म्यूनिसिपल फंड और टैक्स कटौती
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निगम ने म्यूनिसिपल फंड के लिए 100 करोड़ रुपये का प्रस्ताव रखा था, लेकिन सिर्फ 90 करोड़ ही स्वीकृत हुए।
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बिजली पर निगम कर (Electricity Tax) के लिए 10 करोड़ का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन कटौती कर सिर्फ 1 लाख रुपये की मंजूरी दी गई।
प्रभाव
विशेषज्ञों का मानना है कि इस कटौती से मोहाली में आने वाले विकास कार्यों की गति धीमी हो जाएगी। बुनियादी ढाँचे, सफाई व्यवस्था और स्थानीय सुविधाओं पर असर पड़ सकता है।