चेन्नई (Rashtra View):
भारत और अमेरिका के संयुक्त मिशन निसार (NASA-ISRO Synthetic Aperture Radar) ने अंतरिक्ष से पृथ्वी की सतह की पहली तस्वीरें भेजी हैं। इन तस्वीरों को देखकर वैज्ञानिकों का मानना है कि यह भविष्य की शोध और पृथ्वी विज्ञान के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित होगी।
नासा और इसरो की साझेदारी
नासा के कार्यवाहक प्रशासक सीन डफी ने कहा कि यह मिशन इस बात का उदाहरण है कि जब दो देश नवाचार और खोज की साझा दृष्टि के लिए एकजुट होते हैं, तो अद्भुत नतीजे सामने आते हैं। उन्होंने कहा, “यह तो बस शुरुआत है, आने वाले समय में निसार विज्ञान और अनुसंधान के नए रास्ते खोलेगा।”
निसार से क्या होगा लाभ?
इसरो द्वारा 30 जुलाई को लॉन्च किए गए निसार उपग्रह से मिली तस्वीरें दिखाती हैं कि यह सैटेलाइट कितनी बारीकी से पृथ्वी की सतह को स्कैन कर सकता है।
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आपदा प्रबंधन
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कृषि की निगरानी
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बुनियादी ढाँचे का मूल्यांकन
जैसे कई क्षेत्रों में यह डेटा नीति-निर्माताओं और शोधकर्ताओं को नई और सटीक जानकारी देगा।
विज्ञान में नई छलांग
नासा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अमेरिका और भारत मिलकर वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र में नए कीर्तिमान बना रहे हैं। यह मिशन वैश्विक स्तर पर पृथ्वी विज्ञान में “गेम चेंजर” साबित होगा।