हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले में प्राकृतिक आपदा के दौरान जब आम लोग बिजली की गंभीर समस्या से जूझ रहे थे, वहीं हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड (HPSEB) के कार्यकारी अभियंता विजय कुमार ठाकुर अपने कर्तव्यों से मुंह मोड़कर मनाली में आराम फरमाते नजर आए। उनकी इस लापरवाही पर उपायुक्त किरण भड़ाना ने सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है।
⚡ बिजली संकट और लापरवाही:
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विजय ठाकुर की ड्यूटी केलांग में थी, लेकिन वे बिना सूचना के करीब एक महीने से मनाली में रह रहे थे।
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जिले में लगातार बिजली कटौती से अस्पतालों, घरों और राहत कार्यों पर गहरा असर पड़ा।
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इस बीच बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाएं भी जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई थीं।
❌ आदेश की अवहेलना:
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प्रशासन ने उन्हें 1 सितंबर को विशेष रूप से ड्यूटी पर आने का निर्देश दिया था, लेकिन उन्होंने आदेश अनदेखा कर दिया।
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मंगलवार को भी उन्होंने आपदा की स्थिति का हवाला देकर रिपोर्ट करने से इनकार कर दिया, जबकि अन्य अधिकारी पूरी मेहनत से ड्यूटी निभा रहे थे।
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इसके अतिरिक्त, एक महिला अधिकारी से दुर्व्यवहार की भी लिखित शिकायत प्रशासन को मिली है।
🛑 सस्पेंशन और जांच आदेश:
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इस पूरे प्रकरण के बाद विद्युत बोर्ड ने विजय ठाकुर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
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उनके खिलाफ जांच के आदेश भी जारी किए गए हैं।
⚠️ NDMA के तहत सख्त कदम:
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प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि आपदा प्रबंधन के समय कर्तव्य में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम (NDMA) के तहत जिलाधिकारियों को ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई करने का अधिकार प्राप्त है।
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इस अधिनियम के तहत आवश्यक सेवाओं में तैनात कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द की जा सकती हैं।