लुधियाना जिले में बाढ़ का खतरा गहराता जा रहा है। प्रशासन ने शुक्रवार (5 सितंबर 2025) को अलर्ट जारी किया है क्योंकि जिले के पूर्वी हिस्से में सतलुज नदी का पानी लगातार तेज बहाव से बह रहा है और एक बांध (बुंध) पर दबाव बढ़ गया है।
जिला प्रशासन ने जानकारी दी है कि यदि यह बांध कमजोर पड़ता है और टूट जाता है तो आसपास के कई गाँव जलमग्न हो सकते हैं। प्रभावित होने वाले गाँवों में ससराली, बूंट, रावत, हवास, सीरा, बूथगढ़, मंगली टांडा, ढेरी, ख्वाजके, खस्सी खुर्द, मंगली कदर, मत्तेवाड़ा, मंगट और मेहरबान शामिल हैं।
आपदा प्रबंधन के तहत राहत कार्य शुरू कर दिए गए हैं। लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए राहत केंद्र विभिन्न जगहों पर बनाए गए हैं। इनमें रहों (घोंसगढ़), चंडीगढ़ रोड, तिब्बा रोड स्थित सत्संग घर, कैलाश नगर, खस्सी कलां, भूखरी और मत्तेवाड़ा के स्कूलों और मंडियों में राहत कैंप शामिल हैं।
लुधियाना प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और जरूरत पड़ने पर तुरंत नजदीकी राहत केंद्र से संपर्क करें। साथ ही, जिन क्षेत्रों में खतरा अधिक है वहां से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है।