पंजाब में दशकों की सबसे भीषण बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है।
लगातार हो रही बारिश और नदियों के उफान ने राज्य के 12 जिलों को प्रभावित कर दिया है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है और 2.56 लाख से अधिक लोग सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं।
राज्य सरकार और प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य जारी है। अब तक करीब 15,600 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। वहीं, लगभग 1,043 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं।
सबसे ज़्यादा प्रभावित जिले
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गुरदासपुर: 1.45 लाख से अधिक लोग प्रभावित
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अमृतसर: लगभग 35,000 लोग प्रभावित
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फिरोज़पुर व फ़ज़ilka: दोनों जिलों में मिलाकर 45,000 से अधिक लोग प्रभावित
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बरनाला व मानसा: क्रमशः 163 और 59 लोग प्रभावित
कृषि भूमि पर बड़ा असर
पंजाब की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा खेती पर निर्भर करता है। इस बाढ़ से 94,000 हेक्टेयर से ज्यादा कृषि भूमि जलमग्न हो गई है, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। धान और सब्ज़ियों की फसलें सबसे अधिक प्रभावित हुई हैं।
प्रशासन की चुनौतियां
राज्य सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर लगाए हैं। भोजन, पानी और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की कोशिशें हो रही हैं। लेकिन बड़ी संख्या में विस्थापित लोग अब भी मदद का इंतजार कर रहे हैं।
👉 पंजाब की यह बाढ़ न केवल मानवीय संकट पैदा कर रही है, बल्कि अर्थव्यवस्था और कृषि क्षेत्र को भी गहरी चोट पहुंचा रही है। आने वाले दिनों में सरकार और प्रशासन के लिए राहत व पुनर्वास की चुनौती और भी बड़ी होगी।