पंजाब इन दिनों भीषण बाढ़ की चपेट में है। प्रदेश के 18 जिलों में भारी जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। खासकर सीमा से सटे इलाकों में राहत और बचाव कार्य बेहद चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं।
इस कठिन समय में सरकारी कर्मचारी भी आगे आकर मदद कर रहे हैं। आबकारी और कर विभाग के कर्मचारियों ने मिलकर मुख्यमंत्री राहत कोष में 50 लाख रुपये जमा किए हैं। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने इसकी जानकारी देते हुए कर्मचारियों की सराहना की।
बाढ़ का कहर
हालिया बारिश और बाढ़ के कारण हजारों लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जाने को मजबूर हो गए हैं। जालंधर, कपूरथला और फगवाड़ा जैसे इलाके पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं।
मौसम विभाग ने आज भी प्रदेश के 9 जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, करीब 3 लाख एकड़ खेती वाली जमीन पानी में डूब चुकी है, जिससे किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है।
इन हालातों में न केवल सरकार और प्रशासन बल्कि आम लोग भी मदद के लिए आगे आ रहे हैं। राहत शिविरों में भोजन और आवश्यक सामान पहुंचाने के प्रयास लगातार जारी हैं।