हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दिल्ली दौरे पर जाने से पहले एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 1500 करोड़ रुपये के राहत पैकेज का अभी तक राज्य को कोई हिस्सा नहीं मिला है।
सीएम सुक्खू ने विपक्षी भाजपा नेताओं से कहा —
“अगर भाजपा के नेता प्रधानमंत्री से यह पैकेज दिलवा दें, तो मैं खुद उनके साथ दिल्ली चलने को तैयार हूं। मेरी कोई ईगो नहीं है।”
🏛️ दिल्ली में केंद्रीय वित्त मंत्री से करेंगे मुलाकात
मुख्यमंत्री सुक्खू ने बताया कि वह मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात करेंगे।
इस दौरान वह जीएसटी लागू होने के बाद राज्य की वित्तीय स्थिति पर चर्चा करेंगे।
उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू होने से पहले हिमाचल को वैट और एक्साइज से करीब 4,500 करोड़ रुपये की आय होती थी, लेकिन अब यह घटकर बहुत कम रह गई है।
“एशिया के करीब 35% फार्मा उद्योग हिमाचल में हैं, लेकिन जीएसटी प्रणाली के चलते राज्य को उसका उचित लाभ नहीं मिल पा रहा,”
सुक्खू ने कहा।
मुख्यमंत्री के अनुसार, पहले बद्दी से सरकार को 3,500 से 4,000 करोड़ रुपये जीएसटी के रूप में प्राप्त होते थे, जबकि अब यह घटकर सिर्फ 150 करोड़ रुपये रह गए हैं।
💬 ओपीएस लागू करने के बाद बंद हुई अतिरिक्त उधारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना (OPS) लागू करने के बाद केंद्र सरकार ने 1,600 करोड़ रुपये की एडिशनल बॉरोइंग रोक दी थी।
अब वह केंद्र से अनुरोध करेंगे कि न केवल यह राशि दोबारा जारी की जाए, बल्कि राज्य को अतिरिक्त 2% उधारी की अनुमति भी दी जाए ताकि अगले तीन-चार महीनों में वित्तीय स्थिति को संभाला जा सके।
🧾 16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष से करेंगे पांचवीं बार मुलाकात
सीएम सुक्खू ने बताया कि वह जल्द ही 16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे।
उन्होंने कहा कि वह पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो पांचवीं बार आयोग प्रमुख से मिलेंगे, ताकि राज्य के हित में मजबूत आर्थिक समर्थन मिल सके।
💰 “भाजपा सरकार का कर्ज चुका रही हमारी सरकार”
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा द्वारा लिए गए 75,000 करोड़ रुपये के कर्ज का ब्याज और मूलधन चुकाने के लिए ही मौजूदा सरकार लोन ले रही है।
“पिछली सरकार ने राज्य की संपत्तियों का गलत उपयोग किया। हमने भ्रष्टाचार के रास्ते बंद कर दिए हैं और अब वही पैसा सौर ऊर्जा, सामाजिक सुरक्षा और विकास योजनाओं पर खर्च किया जा रहा है,”
सुक्खू ने कहा।
