रोहतक (हरियाणा)।
हरियाणा में आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की मौत के बाद मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इसी बीच पुलिस ने एक बड़ा कदम उठाते हुए आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कौर, उनके भाई और पंजाब के विधायक अमित रत्तन सहित चार लोगों के खिलाफ एएसआई संदीप लाथर की आत्महत्या के लिए उकसाने (abetment to suicide) का केस दर्ज किया है।
मामले में आरोप है कि एएसआई संदीप लाथर, जो कुछ दिन पहले मृत पाए गए थे, ने अपनी आत्महत्या से पहले छोड़ी चिट्ठी (suicide note) में दिवंगत आईपीएस वाई पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। लाथर की मौत के बाद उनके परिवार ने निष्पक्ष जांच की मांग की थी।
🚨 कौन-कौन नामजद हुए एफआईआर में?
रोहतक पुलिस ने बताया कि दर्ज एफआईआर में शामिल हैं:
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वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कौर
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पंजाब विधायक अमित रत्तन (उनके भाई)
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पूर्व एएसआई सुशील कुमार
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पुलिसकर्मी सुनील, जो इस समय आईजी कार्यालय रोहतक में तैनात हैं।
इन सभी पर आत्महत्या के लिए उकसाने (BNS की धारा 108) और आपराधिक साजिश (धारा 61) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
🗣️ मुख्यमंत्री ने परिजनों को दिलाया भरोसा
घटना के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मृत एएसआई संदीप लाथर के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिया।
मुख्यमंत्री के ओएसडी वीरेंद्र सिंह बदखालसा ने परिवार को बताया कि चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया आगे बढ़ाने के लिए परिजनों की सहमति मांगी गई है।
🕵️♂️ क्या है पूरा मामला?
संदीप लाथर, जो हरियाणा पुलिस में एएसआई पद पर तैनात थे, कुछ दिन पहले गनशॉट के साथ मृत पाए गए थे।
मौके से मिला कथित सुसाइड नोट कई सवाल खड़े करता है। इसमें आईपीएस वाई पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार और दबाव के आरोप लगाए गए थे।
अब जब एफआईआर दर्ज हो चुकी है, तो राज्य की राजनीतिक और प्रशासनिक हलचलें तेज हो गई हैं।
