हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की संदिग्ध आत्महत्या मामले ने तूल पकड़ लिया है। रविवार को चंडीगढ़ सेक्टर-20 स्थित गुरु रविदास गुरुद्वारा में इस मामले को लेकर एक महापंचायत आयोजित की गई। पंचायत में सैकड़ों लोग शामिल हुए और सरकार से न्याय की मांग की गई।
महापंचायत में यह तय किया गया कि अगर 48 घंटे के भीतर निष्पक्ष जांच की घोषणा नहीं की गई, तो प्रदेशभर में आंदोलन तेज किया जाएगा।
🔥 राजकुमार सैनी के बयान पर हंगामा
महापंचायत के दौरान पूर्व सांसद और लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के प्रमुख राजकुमार सैनी के बयान पर भारी हंगामा मच गया। कई लोगों ने सैनी के वक्तव्य का विरोध करते हुए नारेबाजी की। माहौल कुछ देर के लिए तनावपूर्ण हो गया, लेकिन आयोजकों ने स्थिति को संभाल लिया।
🧾 गवर्नर को ज्ञापन देने से रोका गया
महापंचायत के प्रतिनिधियों ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने की कोशिश की, लेकिन उन्हें प्रशासन द्वारा रोक दिया गया। इस घटना के बाद पंचायत में नाराजगी देखी गई और निर्णय लिया गया कि यदि सरकार ने 48 घंटे के भीतर कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो राज्यभर में प्रदर्शन किए जाएंगे।
👥 अशीम घोष खुद मिले IAS अमनीत से
इस बीच, महापंचायत के प्रमुख सदस्यों में से एक अशीम घोष ने स्वयं जाकर आईएएस अधिकारी अमनीत कौर से मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने आत्महत्या मामले से जुड़ी कई अहम जानकारियां साझा कीं और न्यायिक जांच की मांग रखी।
⚖️ क्या है मामला?
बता दें कि कुछ दिन पहले हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार ने संदिग्ध हालात में आत्महत्या कर ली थी। उनके परिवार और समर्थकों का आरोप है कि उन्हें मानसिक प्रताड़ना और दबाव का सामना करना पड़ा, जिसके कारण उन्होंने यह कदम उठाया।
🚨 पुलिस विभाग पर उठ रहे सवाल
महापंचायत में कई वक्ताओं ने कहा कि यदि एक वरिष्ठ अधिकारी को न्याय नहीं मिल सकता, तो आम जनता का क्या होगा। लोगों ने पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली और पारदर्शिता पर सवाल उठाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।