बठिंडा (पंजाब): किसान आंदोलन के समय विवादों में घिरी अभिनेत्री कंगना रनौत की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही हैं। बठिंडा की बुज़ुर्ग किसान महिला बेबे महिंदर कौर ने कंगना की माफी को सिरे से खारिज कर दिया है।
महिंदर कौर ने साफ कहा —
“माफी मांगने का वक्त तो चार साल पहले था, अब मैं केस लड़ूंगी।”
उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है, और पंजाब में लोग उनके इस हौसले को सलाम कर रहे हैं।
🔹 “कंगना का घमंड अब टूट गया” — महिंदर कौर
बेबे महिंदर कौर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अब कंगना रनौत का घमंड टूट चुका है।
उन्होंने कहा —
“वो तो गाड़ियों में बैठकर अदालत आ जाती है, लेकिन मुझे बसों में धक्के खाते हुए दिल्ली और चंडीगढ़ के चक्कर लगाने पड़े। माफी का वक्त तो चार साल पहले था, अब कोई फर्क नहीं पड़ता।”
महिंदर कौर ने कहा कि वे अब हर हाल में अदालत में केस को आगे बढ़ाएंगी और इंसाफ लेकर रहेंगी।
🔹 2021 के ट्वीट से जुड़ा मामला
यह मामला साल 2021 का है, जब देशभर में किसान आंदोलन चल रहा था।
उस समय कंगना रनौत ने ट्विटर पर एक पोस्ट में बठिंडा के गांव बहमनगढ़ जंडिया की 87 वर्षीय किसान महिला महिंदर कौर की तस्वीर शेयर कर लिखा था कि “यह महिला 100 रुपये लेकर धरने पर बैठती है।”
इस टिप्पणी को लेकर देशभर में कंगना की आलोचना हुई थी।
महिंदर कौर ने इसे अपनी इज़्जत पर हमला बताया और अदालत में मानहानि का केस दर्ज करवाया था।
🔹 अदालत ने कंगना को बठिंडा में पेश होने के आदेश दिए
सूत्रों के मुताबिक, कंगना ने पहले चंडीगढ़ और फिर दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए पेश होने की कोशिश की थी, लेकिन अदालत ने उन्हें बठिंडा में व्यक्तिगत रूप से हाज़िर होने का आदेश दिया।
महिंदर कौर ने कहा —
“अब माफी किस बात की? अदालत ने फटकार लगाई, तभी आना पड़ा। अगर सच्ची माफी मांगनी थी तो पहले मांग लेती।”
🔹 सोशल मीडिया पर लोगों का समर्थन
बेबे महिंदर कौर के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर समर्थन की लहर दौड़ गई है।
कई यूज़र्स ने लिखा कि “चार साल बाद माफी का कोई मतलब नहीं।”
वहीं, कुछ लोगों ने इसे पंजाब की महिलाओं की दृढ़ता और सम्मान की लड़ाई बताया है।
