पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री के मशहूर गायक राजवीर जवांदा के निधन के बाद 9 अक्टूबर को उनके पैतृक गांव पौना (जगरांव, जिला लुधियाना) में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
इस मौके पर हजारों की संख्या में प्रशंसक, कलाकार और राजवीर के करीबी लोग शामिल हुए। लेकिन इस भीड़भाड़ में जो हुआ, उसने सबको हैरान कर दिया।
📱 अंतिम संस्कार के दौरान चोरी की वारदात
समारोह के दौरान लगभग 150 से अधिक मोबाइल फोन चोरी हो गए। कई लोगों ने यह भी बताया कि उनके पर्स और जेबों से नकद पैसे भी गायब हो गए।
हालांकि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भगवंत मान भी शामिल हुए थे और मौके पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी थी, फिर भी चोरी की इतनी बड़ी घटना ने सबको चौंका दिया।
🎤 गायक गगन कोकरी का खुलासा
इस घटना पर पंजाबी गायक गगन कोकरी ने सोशल मीडिया पर अपना दुख और नाराजगी जाहिर की।
उन्होंने कहा कि,
“ऐसे भी लोग वहां मौजूद थे जो राजवीर जवांदा को व्यक्तिगत तौर पर नहीं जानते थे, लेकिन वे परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करने पहुंचे थे।
दुख की बात यह है कि कुछ लोग वहां केवल चोरी करने और फायदा उठाने के इरादे से आए थे।”
गगन कोकरी ने आगे कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक बात है कि किसी के दुःख के समय भी कुछ लोग इंसानियत भूल जाते हैं।
🙏 लोगों में आक्रोश और निराशा
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
फैंस और स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि पुलिस इस मामले की पूरी जांच करे और चोरों को जल्द से जल्द पकड़े।
💬 निष्कर्ष:
जहां एक तरफ पूरा पंजाब राजवीर जवांदा के निधन से शोक में डूबा था, वहीं दूसरी ओर चोरी की यह घटना लोगों के दिलों में निराशा छोड़ गई।
गगन कोकरी के शब्दों में – “रिश्तों और इंसानियत की कीमत इस दौर में बहुत सस्ती हो गई है।”
✍️ लेखक की राय:
ऐसे मौकों पर प्रशासन को न केवल सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत है बल्कि भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष इंतज़ाम करने चाहिए, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।