आज के समय में UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। सब्जी खरीदने से लेकर ऑनलाइन शॉपिंग, गैस सिलेंडर की बुकिंग और ट्रेन की टिकट तक – हर जगह UPI का इस्तेमाल हो रहा है। लेकिन डिजिटल लेन-देन की बढ़ती लोकप्रियता के साथ-साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से सामने आ रहे हैं।
इसी खतरे को ध्यान में रखते हुए, भारतीय पूंजी बाजार नियामक SEBI (सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) ने निवेशकों की सुरक्षा के लिए एक नया कदम उठाया है। अब शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए इस्तेमाल होने वाले UPI सिस्टम को और अधिक सुरक्षित बनाया जाएगा।
✅ SEBI का नया UPI सिस्टम क्या है?
SEBI ने अपने रजिस्टर्ड ब्रोकरों और म्यूचुअल फंड कंपनियों के लिए एक स्पेशल UPI ID सिस्टम लॉन्च किया है। इस सिस्टम के तहत हर अधिकृत संस्था को एक विशेष @valid UPI ID दी जाएगी।
इस ID की खासियतें होंगी:
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@valid से शुरुआत – जिससे यह साफ होगा कि यह UPI ID SEBI द्वारा प्रमाणित है।
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विशेष पहचान चिह्न –
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ब्रोकरों के लिए brk
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म्यूचुअल फंड कंपनियों के लिए mf
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उदाहरण के लिए:
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किसी ब्रोकर की ID हो सकती है: xyz.brk@validsbi
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किसी म्यूचुअल फंड कंपनी की ID हो सकती है: xyz.mf@validsbi
🔒 निवेशकों को क्या फायदा होगा?
इस नए सिस्टम के आने के बाद निवेशकों को आसानी से पता चल जाएगा कि वे जिस UPI ID पर भुगतान कर रहे हैं, वह SEBI द्वारा प्रमाणित है या नहीं। इससे ऑनलाइन फ्रॉड और फर्जी निवेश प्लेटफॉर्म्स से बचाव होगा।
SEBI का यह कदम न केवल निवेशकों के पैसों की सुरक्षा करेगा बल्कि वित्तीय लेन-देन में लोगों का भरोसा भी बढ़ाएगा।