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हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के बस्सी क्षेत्र में किसानों ने चरमराई सिंचाई व्यवस्था और जलशक्ति विभाग की लापरवाही के खिलाफ जोरदार रोष प्रदर्शन किया।
गांव टोबा, झिड़ियां, लखनु और धरोट के किसानों ने हिमाचल किसान सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कामरेड भाग सिंह चौधरी की अगुवाई में जलशक्ति विभाग के रेस्ट हाउस में प्रदर्शन किया।
🌾 किसानों की बड़ी समस्याएं:
🔹 ठेकेदार को भुगतान बंद, सिंचाई व्यवस्था ठप
किसानों ने बताया कि चंगर मध्यम सिंचाई परियोजना कई वर्षों से एक ही ठेकेदार के पास है, लेकिन
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कामगारों को एक साल से मजदूरी नहीं मिली,
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जिसके चलते पूरी स्कीम बंद हो गई है,
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खेतों में पानी की आपूर्ति ठप पड़ी है।
🔹 जलशक्ति विभाग में भारी स्टाफ की कमी
बस्सी उपमंडल में
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JE के पाँच पद लंबे समय से खाली,
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विभागीय कामकाज बुरी तरह प्रभावित,
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किसानों की शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं।
🔹 खेत सूखने लगे, फसलें बर्बादी के कगार पर
गांव लखनू और धरोट में 19 नवंबर को पानी छोड़ा जाना था,
लेकिन कामगारों की हड़ताल के कारण
पानी उपलब्ध नहीं हो सका।
किसानों का कहना है—
“महंगा बीज, खाद और मेहनत लगाने के बाद फसलों को अब पानी की सबसे ज्यादा जरूरत है। लेकिन पानी ना मिलने से फसलें बर्बाद होने लगी हैं।”
🏛 किसानों की मांगें
किसानों ने मुख्यमंत्री, जलशक्ति मंत्री, डीसी बिलासपुर सहित विभागीय अधिकारियों को पत्र भेजकर मांग की है:
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सिंचाई व्यवस्था तुरंत बहाल की जाए
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ठेकेदार पर कार्रवाई हो
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कामगारों का लंबित भुगतान जारी किया जाए
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खाली पड़े JE के पद तुरंत भरे जाएं
📍 प्रदर्शन में मौजूद प्रमुख लोग
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कामरेड भाग सिंह चौधरी
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करमचंद राणा (कमेटी सचिव, टोबा)
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रामपाल ठाकुर (प्रधान, धरोट)
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अवतार सिंह (प्रधान, झिड़ियां)
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मदनलाल, अशोक, सुरजीत सिंह, जगदीश शर्मा
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जसवीर सिंह, राजकुमार, राम आसरा, राम सिंह, रामप्रकाश
किसानों का कहना है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।


