नई दिल्ली:
बिहार विधानसभा चुनाव के परिणामों को लेकर कांग्रेस ने विस्तृत समीक्षा और डेटा-आधारित जांच की घोषणा की है।
पार्टी का कहना है कि वे चुनाव प्रक्रिया से जुड़े सभी पहलुओं का तथ्यों और उपलब्ध दस्तावेजों के आधार पर विश्लेषण करेंगी।
शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई, जिसमें चुनाव परिणामों को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई।
📊 डेटा आधारित समीक्षा अगले दो सप्ताह में शुरू होगी
बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल और कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि पार्टी
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मतदान आंकड़ों
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उपलब्ध चुनाव रिकॉर्ड
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फॉर्म 17C
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और मतदाता सूचियों
का विस्तृत विश्लेषण करेगी।
वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी इस प्रक्रिया को
“तथ्यों, डेटा और उपलब्ध दस्तावेजों के आधार पर पूरी पारदर्शिता के साथ”
अंजाम देगी।
उनके अनुसार, चुनाव परिणाम कई स्थानों पर अप्रत्याशित रहे, इसलिए विस्तृत समीक्षा आवश्यक है।
🗣️ कांग्रेस: “चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता को समझना जरूरी”
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि
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जहां-जहां मतदाताओं या पार्टी कार्यकर्ताओं ने शंकाएं व्यक्त की हैं
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उन मामलों का अध्ययन किया जाएगा
ताकि यह स्पष्ट हो सके कि चुनाव परिणामों में किन क्षेत्रों में विशेष जांच की आवश्यकता है।
वेणुगोपाल ने कहा:
“हम मतदान डेटा का गहन विश्लेषण करेंगे और उसके बाद ही बिहार में हार के कारणों पर विस्तृत रिपोर्ट पेश करेंगे।”
🧭 अजय माकन का बयान — “चुनावी इतिहास में ऐसे नतीजे दुर्लभ हैं”
अजय माकन ने कहा कि कई क्षेत्रों में प्राप्त परिणाम इतिहास में कम देखे गए पैटर्न जैसे हैं, जिनकी समीक्षा आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि पार्टी कार्यकर्ताओं से भी कई प्रतिक्रियाएँ प्राप्त हुई हैं।
उनका कहना था:
“हमारा उद्देश्य लोकतांत्रिक प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करना है। इसलिए उपलब्ध डेटा और दस्तावेजों की जांच के बाद ही हम अपने निष्कर्ष साझा करेंगे।”
🛡️ कांग्रेस: “लोकतंत्र की मजबूती हमारी प्राथमिकता”
पार्टी ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में
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पारदर्शिता
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निष्पक्षता
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और मतदाताओं के विश्वास
को बनाए रखना सबसे महत्वपूर्ण है।
इसी उद्देश्य से पार्टी डेटा-आधारित समीक्षा प्रक्रिया को आगे बढ़ा रही है और आने वाले दिनों में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।


