पंजाब में भ्रष्टाचार के एक बड़े मामले में सीबीआई ने पूर्व डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को 5 दिन के रिमांड पर ले लिया है। यह फैसला शनिवार को चंडीगढ़ की अदालत ने सुनवाई के दौरान दिया।
सीबीआई ने अदालत में यह दलील दी कि मामले की जांच को आगे बढ़ाने और आवश्यक सबूत जुटाने के लिए आरोपी को रिमांड पर लेना जरूरी है। वहीं, भुल्लर के वकील एच.एस. धनोहा और आर.पी.एस. बारा ने रिमांड का विरोध किया, लेकिन अदालत ने सीबीआई की दलीलों को स्वीकार करते हुए आदेश जारी कर दिया।
सूत्रों के अनुसार, सीबीआई अधिकारियों का मानना है कि रिमांड अवधि के दौरान और कई अहम खुलासे हो सकते हैं। इस बीच, पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने भी भुल्लर को आय से अधिक संपत्ति के एक अन्य मामले में प्रोडक्शन वारंट पर लेने की मांग की थी।
हालांकि, सीबीआई ने इस पर आपत्ति जताई और अदालत से अनुरोध किया कि फिलहाल आरोपी को उनके रिमांड पर रहने दिया जाए। विजिलेंस ने इस संबंध में मोहाली की अदालत में याचिका दाखिल की है, जिसकी सुनवाई सोमवार को तय की गई है।
यह मामला पंजाब पुलिस विभाग में उच्च स्तर पर फैले भ्रष्टाचार के एक बड़े नेटवर्क से जुड़ा माना जा रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सीबीआई की जांच में कौन-कौन से नए राज़ सामने आते हैं।
📌 मुख्य बिंदु (Key Highlights):
-
सीबीआई ने पूर्व डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को 5 दिन के रिमांड पर लिया।
-
भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोपों में हो रही जांच।
-
विजिलेंस ने भी आय से अधिक संपत्ति के मामले में वारंट मांगा।
-
अदालत में सोमवार को फिर होगी सुनवाई।
