मोहाली (राष्ट्र व्यू ब्यूरो):
मोहाली नगर निगम (Municipal Corporation) की सीमाओं के विस्तार की प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में है। स्थानीय निकाय विभाग के सूत्रों के अनुसार, नई सीमाएं 31 दिसंबर से पहले औपचारिक रूप से अधिसूचित कर दी जाएंगी।
विभाग द्वारा जारी ड्राफ्ट अधिसूचना पर सुझाव और आपत्तियां स्वीकार करने की अंतिम तिथि 6 नवंबर को समाप्त हो चुकी है। इसके बाद सरकार ने प्रक्रिया को तेज कर दिया है ताकि लंबे समय से लंबित यह मामला साल के अंत से पहले निपटा दिया जाए।
📍 गांवों को बाहर रखने पर नाराजगी
नए निगम सीमा क्षेत्र से टीडीआई सिटी, बलोंगी, बदमाजरा, बलियाली और ग्रीन एन्क्लेव जैसे गांवों को बाहर रखने के फैसले से स्थानीय निवासी नाराज़ हैं।
इन क्षेत्रों के लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर उनके गांवों को नगर निगम की नई सीमाओं में शामिल नहीं किया गया तो वे न्यायालय की शरण लेंगे।
💬 विधायक कुलवंत सिंह ने कहा – सरकार सबके हित में निर्णय लेगी
मोहाली के विधायक कुलवंत सिंह ने कहा,
“सरकार ने इस फैसले पर गहराई से विचार करने के बाद निर्णय लिया है। हालांकि, जब निवासियों ने अपने गांवों को निगम सीमा में शामिल करने की इच्छा जाहिर की है, तो सरकार उनकी मांग को सहानुभूतिपूर्वक देख रही है। अंतिम निर्णय सभी पक्षों के हित में लिया जाएगा।”
🗣️ मेयर अमरजीत सिंह सिद्धू ने उठाई आपत्ति
मोहाली के मेयर अमरजीत सिंह सिद्धू ने कहा,
“साल 2021 में नगर निगम सदन ने इन गांवों को नई सीमाओं में शामिल करने का प्रस्ताव पारित किया था। लेकिन अब सरकार ने यह फैसला मनमाने तरीके से लिया है। हम गांवों के निवासियों के साथ खड़े हैं और अगर सरकार ने फैसला नहीं बदला, तो हम अदालत का दरवाज़ा खटखटाएंगे।”
⚖️ क्या है मामला
मोहाली नगर निगम की सीमाओं के पुनर्निर्धारण को लेकर बीते कई महीनों से चर्चा चल रही थी। सरकार का कहना है कि सीमाओं के पुनर्गठन से बेहतर शहरी विकास, सुविधाओं का संतुलित वितरण, और प्रभावी प्रशासन संभव होगा।
हालांकि, जिन गांवों को बाहर रखा गया है, वहां के लोगों का कहना है कि वे पहले से ही शहरी जीवनशैली और टैक्स सिस्टम के दायरे में हैं, इसलिए उन्हें निगम क्षेत्र में शामिल किया जाना चाहिए।
