विधानसभा अध्यक्ष ने विशेषाधिकार प्रस्ताव पर आए नोटिस को खारिज कर दिया है। स्पीकर ने स्पष्ट कहा कि उन्हें मिला नोटिस नियमों का हवाला नहीं देता और जिन आरोपों के समर्थन में कोई सबूत नहीं होता, उन्हें सीधे खारिज कर दिया जाएगा।
बिना सबूत आरोप नामंजूर
स्पीकर ने बताया कि विधायक सुधीर ने सदन की अवमानना का मुद्दा उठाया था, लेकिन इस संबंध में कोई ठोस प्रमाण प्रस्तुत नहीं किया। उन्होंने कहा कि सदन जनता की आवाज उठाने का मंच है, न कि राजनीतिक उद्देश्यों को आगे बढ़ाने का स्थान।
सदन की कार्यवाही पर नए निर्देश
स्पीकर ने सदन की गरिमा बनाए रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियम भी गिनाए।
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सदन में उठाए जाने वाले ऐसे मुद्दे, जो प्रश्नकाल या निर्धारित विषय से संबंधित नहीं होंगे, उन्हें रिकॉर्ड का हिस्सा नहीं बनाया जाएगा।
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किसी भी सदस्य की गरिमा को ठेस पहुँचाने वाली टिप्पणी या बयान को रिकॉर्ड से हटाया जाएगा।
स्पीकर का संदेश
स्पीकर ने दोहराया कि सदन को सुचारू रूप से चलाना ही उनकी प्राथमिकता है और इसके लिए सभी सदस्यों को मर्यादा और अनुशासन बनाए रखना होगा।