हिमाचल प्रदेश में मॉनसून का रौद्र रूप
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून लगातार तबाही मचा रहा है। पिछले 24 घंटों में पांच लोगों की मौत दर्ज की गई है। इस तरह मौत का आंकड़ा बढ़कर 303 तक पहुंच गया है, जबकि अब तक कुल 360 लोग घायल हो चुके हैं।
सड़कें और हाईवे बंद
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राज्य में 482 सड़कें बंद पड़ी हैं।
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दो नेशनल हाइवे (NH-305 और NH-154A) भी यातायात के लिए बाधित हैं।
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सबसे ज्यादा असर मंडी, कुल्लू और चंबा जिलों में देखा जा रहा है।
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मंडी जिले में 245 सड़कें बंद, कुल्लू में 101 सड़कें बंद, चंबा में 82 सड़कें और एक एनएच बंद हैं।
बादल फटने और फ्लैश फ्लड से नुकसान
चंबा जिले में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। कई सड़कें पूरी तरह अवरुद्ध हो गई हैं जिनमें पठानकोट-चंबा एनएच, बनीखेत-डलहौजी-खजियार, चंबा-भरमौर एनएच और चंबा-पांगी रोड शामिल हैं।
वहीं कुल्लू के बरशौणा पंचायत में फ्लैश फ्लड आने से खेतों में मलबा भर गया और फसलों को भारी नुकसान हुआ।
अन्य जिलों की स्थिति
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किन्नौर: 2 सड़कें बंद
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लाहौल-स्पीति: 1 सड़क बंद
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शिमला: 6 सड़कें बाधित (रामपुर व चौपाल मार्ग प्रभावित)
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सिरमौर: 9 सड़कें बंद
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ऊना: 13 सड़कें बाधित
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सोलन: सभी सड़कें सुचारू
बिजली और पानी की सप्लाई पर असर
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राज्य में 941 ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं।
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95 पेयजल योजनाएं बाधित हैं, जिससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में पानी की किल्लत हो रही है।
कुल नुकसान
अब तक हिमाचल प्रदेश को 2348 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है।
हम आंकड़ों और जानकारी की सटीकता सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं, लेकिन समय-समय पर परिस्थितियां बदल सकती हैं।