कीरतपुर-मनाली फोरलेन: चार साल से क्यों नहीं सुधरी हालत?
हिमाचल प्रदेश की कीरतपुर-मनाली फोरलेन लंबे समय से खस्ताहाल स्थिति में है। जिला परिषद सदस्य गौरव शर्मा ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) और फोरलेन निर्माण कंपनी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पिछले चार साल से सड़क की हालत बेहद खराब रही, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।
गौरव शर्मा ने कहा कि जब तक टोल प्लाजा बंद नहीं हुए और लोगों ने विरोध प्रदर्शन नहीं किया, तब तक कंपनी और NHAI ने कोई कदम नहीं उठाया। लेकिन टोल बंद होते ही मात्र दो दिनों में सड़क को आंशिक रूप से सुधार दिया गया।
हादसों और परेशानियों का सिलसिला
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खस्ताहाल फोरलेन के चलते कई सड़क हादसे हुए और निर्दोष लोगों की जानें गईं।
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गंभीर मरीजों को पीजीआई चंडीगढ़ ले जाना बेहद मुश्किल रहा।
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टोल टैक्स वसूला गया लेकिन यात्रियों को न रेस्ट एरिया मिला, न एम्बुलेंस सुविधा।
टोल टैक्स वापसी की मांग
गौरव शर्मा ने कहा कि जब वाहन चालकों को बुनियादी सुविधाएं नहीं दी गईं तो टोल टैक्स वसूली करना अनुचित है। उन्होंने मांग की कि पिछले चार सालों में वसूला गया टोल टैक्स वापस किया जाए।
टैक्सी ऑपरेटरों का आरोप
टैक्सी ऑपरेटर यूनियन के पूर्व अध्यक्ष अनीश ठाकुर ने भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि:
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सड़क की खराब हालत के बावजूद लगातार टोल वसूला गया।
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वाहनों को पुराने नेशनल हाईवे पर डायवर्ट करने के बावजूद भी टोल लिया गया।
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खराब सड़कों के कारण हिमाचल का पर्यटन उद्योग प्रभावित हो रहा है और सरकार की आय को नुकसान हो रहा है।
उन्होंने सरकार से अपील की कि इस मामले पर सख्त कदम उठाए जाएं, ताकि आम जनता और टैक्सी ऑपरेटरों को राहत मिले।