अमेरिका के फ्लोरिडा में हुए एक सड़क हादसे ने अब पंजाब के लाखों परिवारों की रोज़ी-रोटी पर संकट खड़ा कर दिया है।
दरअसल, 28 वर्षीय हरजिंदर सिंह, जो भारतीय मूल का ट्रक ड्राइवर है, ने हाईवे पर अवैध यू-टर्न लिया, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई। इस हादसे के बाद अमेरिका ने गुस्से में बड़ा कदम उठाते हुए कमर्शियल ट्रक ड्राइवरों के वर्क वीज़ा पर रोक लगा दी है।
👉 पंजाब में मचा हड़कंप
वीज़ा रोक की खबर से पंजाब के अलग-अलग क्षेत्रों – खासकर माझा, दोआबा और पुाड़ह बेल्ट – में चिंता फैल गई है, क्योंकि यहां से बड़ी संख्या में लोग अमेरिका में ट्रकिंग का काम करते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह फैसला सीधे तौर पर 1.5 लाख पंजाबी ड्राइवरों को प्रभावित कर सकता है।
👉 नेताओं की अपील – पूरे समुदाय को सज़ा न दें
पंजाब के NRI मामलों के मंत्री संजीव अरोड़ा (AAP) ने केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखकर कहा कि “एक व्यक्ति की गलती का खामियाज़ा पूरे समुदाय को नहीं भुगतना चाहिए।”
अकाली दल की सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल (SAD) ने भी जयशंकर को पत्र लिखते हुए यही अपील की कि एक हादसे के आधार पर पूरे पंजाबी समुदाय पर प्रतिबंध लगाना भेदभावपूर्ण कदम होगा।
हरसिमरत ने कहा, “अमेरिका की ट्रकिंग इंडस्ट्री में पंजाबी और सिख ड्राइवरों का लगभग 20% योगदान है। दशकों से पंजाबी ड्राइवरों ने अमेरिका के ट्रकिंग नेटवर्क को खड़ा किया है। ऐसे में एक घटना को आधार बनाकर सामूहिक कार्रवाई करना अनुचित है।”
👉 परिवार ने मांगी नरमी
हरजिंदर सिंह के परिजनों ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा कि उसका इरादा किसी को नुकसान पहुंचाने का नहीं था। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा था। उन्होंने अदालत से नरमी बरतने की गुहार लगाई।
वहीं, हरसिमरत बादल ने केंद्र सरकार से यह भी अनुरोध किया कि हरजिंदर सिंह को काउंसलर एक्सेस मुहैया कराई जाए, ताकि उसका केस ठीक तरह से लड़ा जा सके।
👉 भाषा प्रवीणता पर नई शर्त
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका ने नए आदेश में ट्रक ड्राइवरों के लिए अंग्रेज़ी भाषा प्रवीणता टेस्ट भी अनिवार्य कर दिया है। बादल ने कहा कि जो ड्राइवर पहली बार टेस्ट पास नहीं कर पाते, उन्हें दोबारा मौका दिया जाना चाहिए ताकि उनकी रोज़ी-रोटी पूरी तरह खत्म न हो।