पंजाब की बड़ी खबरों में एक तरफ मोगा ज़िले से स्वच्छता योजना में भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अमृतसर का गुरुद्वारा बाबा बुद्धा साहिब राजनीतिक विवाद का केंद्र बन गया है।
दरअसल, 15 सितंबर को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को यहां सिरोपा भेंट किया गया था। इस घटना के बाद विवाद खड़ा हो गया क्योंकि एसजीपीसी (शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी) के नियमों के अनुसार किसी भी राजनीतिक हस्ती को धार्मिक मंच से सिरोपा देने की अनुमति नहीं है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसजीपीसी की समिति ने जांच के आदेश दिए हैं। समिति का कहना है कि पारंपरिक मर्यादाओं और धार्मिक परंपराओं का सम्मान बनाए रखना सबसे ज़रूरी है। यह विवाद अब न केवल धार्मिक बल्कि राजनीतिक और साम्प्रदायिक बहस का विषय बन गया है।
इसी बीच मोगा से यह भी आरोप लगे हैं कि स्वच्छता की योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। योजनाओं पर खर्च होने वाले करोड़ों रुपये का सही इस्तेमाल नहीं हो पाया। स्थानीय लोगों का कहना है कि ग्राउंड लेवल पर सफाई व्यवस्था बिल्कुल भी ठीक नहीं है।
अब देखना यह होगा कि एक तरफ धार्मिक मर्यादा और दूसरी ओर सरकारी योजनाओं में गड़बड़ी—इन दोनों मामलों पर पंजाब सरकार और ज़िम्मेदार संस्थाएं कितनी सख्ती से कार्रवाई करती हैं।