पंजाब के तरनतारन ज़िले के गांव मल्ला का रहने वाला 27 वर्षीय सिकंदर सिंह इस समय रूस की जेल में कैद है। परिवार का कहना है कि उसे बेवजह एक झूठे मामले में फंसा दिया गया है और उनकी पूरी ज़िंदगी संकट में पड़ गई है।
विदेश जाने का सपना टूटा
सिकंदर सिंह का सपना था कि वह विदेश जाकर अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधार सके। इसके लिए परिवार ने लगभग दो लाख रुपये खर्च कर अक्टूबर 2024 में उसे रूस भेजा। वहां जाकर सिकंदर ने सेंट पीटर्सबर्ग शहर में मजदूरी का काम शुरू किया। शुरुआत में सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन अप्रैल 2025 के बाद अचानक हालात बदल गए।
गिरफ्तारी की खबर से परिवार सदमे में
सिकंदर के भाई अमृतपाल सिंह ने बताया कि कुछ समय पहले उन्हें पता चला कि सिकंदर को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। परिवार के मुताबिक आरोप बेबुनियाद हैं और सच सामने लाने के लिए सीसीटीवी फुटेज देखी जानी चाहिए।
आरोप और विवाद
रूस से लौटे कुछ युवकों ने जानकारी दी कि सिकंदर पर कुछ लड़कों और लड़कियों से दुर्व्यवहार का आरोप लगाया गया है। वहीं, परिवार का कहना है कि सिकंदर सीधा-साधा मजदूर है और उस पर लगाए गए आरोप बिल्कुल गलत हैं।
भारत सरकार से मदद की अपील
सिकंदर का परिवार भारत सरकार और पंजाब सरकार से अपील कर रहा है कि वह तुरंत हस्तक्षेप करे और सिकंदर की रिहाई के लिए प्रयास करे। परिवार का कहना है कि यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो उनका बेटा लंबी कानूनी लड़ाई में फंस सकता है।