जालंधर सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र की राजनीति उस समय और गरमा गई जब आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक रमन अरोड़ा सोमवार को कपूरथला सेंट्रल जेल से रिहा हो गए। उनके खिलाफ दर्ज दो मामलों के चलते वह कई दिनों से जेल में बंद थे।
गिरफ्तारी और विवाद
रमन अरोड़ा को 23 मई को विजिलेंस ब्यूरो ने कथित वसूली और आपराधिक धमकी के मामले में गिरफ्तार किया था। इस गिरफ्तारी के बाद जालंधर की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिला।
नितिन कोहली का उदय
अरोड़ा की गिरफ्तारी के तुरंत बाद आम आदमी पार्टी पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया जालंधर पहुंचे और उन्होंने उद्योगपति नितिन कोहली को हलका इंचार्ज नियुक्त करने की घोषणा की।
इसके बाद नितिन कोहली ने जालंधर नगर निगम के कामकाज में सक्रिय भूमिका निभानी शुरू कर दी। उन्हें कई बार मेयर वनीत धीर के साथ बैठकों में देखा गया, जहाँ वह अपने हलके के कामों को प्राथमिकता देने की मांग करते दिखाई दिए।
सियासी हलचल तेज
अब रमन अरोड़ा की रिहाई के बाद सवाल यह उठ रहा है कि जालंधर सेंट्रल की राजनीति किस दिशा में जाएगी। क्या अरोड़ा फिर से अपनी पकड़ मजबूत कर पाएंगे या नितिन कोहली की पकड़ कायम रहेगी? आने वाले दिनों में इसका असर सीधे-सीधे नगर निगम और विधानसभा क्षेत्र की सियासत पर दिखाई देगा।