हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने राज्य में तबाही मचा दी है। इन्हीं हालातों को देखते हुए भाखड़ा डैम का जलस्तर 1677.29 फीट तक पहुंच गया है। जल स्तर की गंभीर स्थिति को देखते हुए बीबीएमबी (भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड) ने मंगलवार को भाखड़ा डैम के सभी चारों फ्लड गेट एक साथ सात-सात फीट तक खोल दिए।
🌊 जलस्तर और पानी की रिहाई:
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गोबिंद सागर झील में 107,565 क्यूसेक पानी की आमद दर्ज की गई है।
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तीन दिनों में जलस्तर में 4 फीट की वृद्धि हुई है।
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डैम से कुल 65,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
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नंगल डैम से 9,000 क्यूसेक,
श्री आनंदपुर साहिब हाइडल नहर में 7,000 क्यूसेक,
और सतलुज दरिया में 50,000 से 54,000 क्यूसेक तक पानी छोड़ा गया है।
⚠️ अलर्ट पर प्रशासन, कई मकान खाली कराए गए:
भारी जलस्तर के कारण सतलुज नदी पूरी तरह उफान पर है। रामानंद आश्रम मंदिर का एक कमरा पानी में समा गया है, और मंदिर जाने वाला रास्ता भी बंद कर दिया गया है। नदी किनारे बसे गांवों में प्रशासन द्वारा लोगों को सामान और पशुधन सहित सुरक्षित स्थानों पर भेजने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
🏕️ राहत शिविर में पहुंचाए गए लोग:
प्रशासन द्वारा कई ग्रामीणों को रिलीफ कैंपों में शिफ्ट किया गया है। लोगों से अपील की गई है कि वे नदियों और नालों से दूर रहें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।