पंजाब में भारी बारिश और बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य के 12 जिलों के 1312 गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। अब तक बाढ़ के कारण 30 लोगों की मौत हो चुकी है और 2.56 लाख से अधिक लोग अपने घरों को छोड़ने के लिए मजबूर हो गए हैं।
📍 बाढ़ प्रभावित जिले:
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फाजिल्का
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फिरोजपुर
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कपूरथला
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पठानकोट
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तरनतारन
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होशियारपुर
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मोगा
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गुरदासपुर
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बरनाला सहित कुल 12 जिले
🧑🌾 कृषि और जनहानि:
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96,000 हेक्टेयर खेतीबाड़ी को नुकसान
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NDRF, सेना, और स्थानीय पुलिस राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं
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हजारों लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है
🏛️ मुख्यमंत्री भावुक हुए:
मंगलवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान खुद हुसैनीवाला बॉर्डर से सटे बाढ़ग्रस्त गांवों में पहुंचे और बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनीं। इस दौरान वे भावुक हो गए और उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े।
मुख्यमंत्री ने कहा:
“प्रधानमंत्री ने पंजाब की स्थिति के बारे में फोन पर जानकारी ली है। जैसे ही पानी कम होगा, राज्य में हुए नुकसान का सही आकलन किया जाएगा और केंद्र को इसकी जानकारी दी जाएगी। अगर केंद्र से सहायता मिलती है तो ठीक है, नहीं तो हम पंजाब के लिए खुद कुछ करेंगे।”
💬 मुख्यमंत्री का भावनात्मक संदेश:
मुख्यमंत्री ने आगे कहा:
“जब देश संकट में था, पंजाब हमेशा साथ खड़ा रहा। अब जब पंजाब संकट में है, मुझे पूरा यकीन है कि पूरा देश पंजाब का साथ देगा।”
उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी के सभी सांसद और विधायक अपनी एक महीने की सैलरी मुख्यमंत्री राहत कोष में दान कर रहे हैं।