चंडीगढ़ के कजहेड़ी स्थित दिलजोत होटल और मोहाली फेज़-2 में जिम मालिक विक्की बाउंसर पर हुई फायरिंग मामले में नया मोड़ आ गया है। इस केस में आत्मसमर्पण करने वाले दोनों आरोपियों—अमन चौहान और उसके साथी—ने अदालत में बयान बदल दिए।
आरोपियों ने कहा कि उन्हें पुलिस ने झूठा फंसाया है। उनका दावा है कि घटना के वक्त वे मौके पर मौजूद ही नहीं थे और पुलिस ने AI तकनीक से वीडियो बनाकर उन्हें फंसाया है। अदालत में दिए गए बयान के अनुसार, जिस समय गोलीबारी हुई थी, वे दोनों किसी और जगह मौजूद थे।
यह मामला चंडीगढ़ और मोहाली में काफी सुर्खियों में है, क्योंकि हाल के महीनों में इस तरह की फायरिंग की घटनाओं ने लोगों में दहशत का माहौल बना दिया है। वहीं, पुलिस का कहना है कि उनके पास पर्याप्त सबूत हैं और अदालत में सच्चाई सामने आ जाएगी।
इस पूरे घटनाक्रम पर अदालत ने अभी कोई अंतिम फैसला नहीं दिया है। अगली सुनवाई में साफ होगा कि क्या आरोपी वाकई निर्दोष हैं या पुलिस का दावा सही है।