राष्ट्र व्यू | मोहाली/डेराबस्सी।
जनेतपुर रेलवे अंडरपास पर मंगलवार को धान से भरी एक ट्रॉली फंस जाने से राहगीरों को घंटों भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। यह घटना नई नहीं है—इससे पहले भी कई वाहन यहां फंस चुके हैं, जिससे लोगों की आवाजाही प्रभावित होती रही है।
समस्या की जड़: माइनिंग टिपर
पूर्व सरपंच बलबीर सिंह उर्फ बल्ला ने बताया कि अंडरपास की जर्जर हालत का मुख्य कारण अवैध खनन (माइनिंग) में लगे भारी-भरकम टिपरों की लगातार आवाजाही है। इन ट्रकों ने सड़क को नुकसान पहुंचा दिया है। जगह-जगह बने गड्ढे बरसात में पानी से भर जाते हैं और सड़क को खतरनाक बना देते हैं।
लंबे समय से जारी परेशानी
डेराबस्सी हलके के जनेतपुर, मुबारकपुर और बाकरपुर अंडरपास लंबे समय से ग्रामीणों और यात्रियों के लिए मुसीबत बने हुए हैं। बरसात में यहां पानी भर जाने से लोगों को लंबा रास्ता अपनाना पड़ता है। कई बार वाहन बीच रास्ते में फंस जाते हैं, जिससे ट्रैफिक जाम और जोखिम की स्थिति पैदा हो जाती है।
प्रशासन पर सवाल
स्थानीय लोगों में प्रशासन को लेकर नाराजगी है। ग्रामीणों का कहना है कि माइनिंग माफिया के भारी वाहनों से सड़क की हालत लगातार बिगड़ रही है, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही।
ग्रामीणों की मांग
लोगों ने मांग की है कि:
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अंडरपास की तुरंत मरम्मत की जाए।
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पानी निकासी का उचित प्रबंध किया जाए।
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अवैध माइनिंग टिपरों की आवाजाही पर सख्ती से रोक लगाई जाए।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए, तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने पर मजबूर होंगे।