आज का दौर डिजिटल है, लेकिन इसके साथ साइबर ठगों की चालाकी भी नई ऊँचाइयों तक पहुंच गई है। शिमला साइबर सेल ने चेतावनी दी है कि साइबर अपराधी अब क्लोनिंग वॉइस जैसी हाईटेक तकनीक का उपयोग कर लोगों को ठग रहे हैं। मदद के बहाने आपकी आवाज की नकल कर आपको फंसा सकते हैं।
कल्पना कीजिए – आपके फोन पर कॉल आता है और आवाज आपके बेटे, पत्नी या किसी रिश्तेदार की होती है। वह मदद मांगता है और ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने का दबाव डालता है। अगर आप सतर्क नहीं हुए तो आपकी मेहनत की कमाई मिनटों में लूट ली जाएगी।
⚠ क्लोनिंग वॉइस क्या है?
✔ आपकी आवाज रिकॉर्ड कर उसे एआई की मदद से नकली आवाज में बदल दिया जाता है।
✔ कुछ ही सेकेंड में आपकी पहचान की नकल तैयार कर ली जाती है।
✔ इसके बाद आपको अपने ही किसी प्रियजन के नाम पर कॉल करके ठगा जाता है।
✅ साइबर सेल शिमला की एडवाइजरी
✔ किसी भी कॉल पर तुरंत विश्वास न करें।
✔ कॉल करने वाले से पहले उसके पर्सनल नंबर पर संपर्क करें।
✔ पैसे भेजने से पहले जांच करें कि क्या मदद सच में जरूरी है।
✔ क्लोनिंग वॉइस की तकनीक से सावधान रहें।
🌟 जागरूकता ही सुरक्षा है
आपकी सतर्कता ही आपके पैसे, पहचान और विश्वास को सुरक्षित रख सकती है। परिवार और दोस्तों के साथ यह जानकारी साझा करें और साइबर अपराधियों से बचाव करें।
सावधान रहें, सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।