हिसार स्थित गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (GJUST) के छात्रों ने एक अनोखा आविष्कार किया है। यहां के तीन विद्यार्थियों ने मिलकर ऐसी एक्सरसाइज साइकिल तैयार की है, जो पैडल मारते ही बिजली उत्पन्न करती है।
इस नवाचार का नेतृत्व करणिक सिंह, जो बीएससी योग विज्ञान एवं थेरेपी के छात्र हैं, ने किया। उनके साथ अन्य छात्रों ने भी मिलकर इस तकनीक को विकसित किया है। यह साइकिल न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है बल्कि स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन का भी एक बेहतरीन उदाहरण है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नारसीराम बिश्नोई ने छात्रों और उनके मार्गदर्शक डॉ. विजय पाल सिंह को बधाई देते हुए कहा –
"यह आविष्कार फिटनेस को बढ़ावा देने के साथ-साथ बिजली की कमी को दूर करने और पर्यावरण की रक्षा में भी अहम योगदान देगा।"
वहीं, रजिस्ट्रार डॉ. विजय कुमार ने इसे विश्वविद्यालय के लिए गौरव का क्षण बताया और कहा कि ऐसे नवाचार देश को आत्मनिर्भर ऊर्जा के क्षेत्र में आगे ले जाने का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
यह आविष्कार युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा है और यह दर्शाता है कि शिक्षा और शोध मिलकर कैसे समाज और पर्यावरण दोनों के लिए लाभकारी साबित हो सकते हैं।