हिमाचल प्रदेश लगातार भारी बारिश और भूस्खलन से जूझ रहा है। पिछले कुछ दिनों से जारी बरसात ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। सड़कों के टूटने, पुलों के बहने और भवनों के गिरने से हालात और गंभीर हो गए हैं।
आनी में भवन गिरा
कुल्लू जिले के आनी क्षेत्र में भूस्खलन के कारण एक निर्माणाधीन भवन क्षतिग्रस्त हो गया। राहत की बात यह रही कि भवन खाली था और कोई जनहानि नहीं हुई। यह वही इलाका है जहां वर्ष 2023 में भी भवन गिरने की घटनाएं सामने आई थीं। प्रशासन ने स्थिति का जायजा लेने और संवेदनशील भवनों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के निर्देश दिए हैं।
सड़कें और बिजली व्यवस्था प्रभावित
बारिश के चलते राज्य में यातायात और बिजली आपूर्ति बुरी तरह बाधित हुई है। मंगलवार सुबह तक छह नेशनल हाईवे सहित 1311 सड़कें बंद रहीं। इसके अलावा 3263 बिजली ट्रांसफार्मर और 858 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हुईं, जिससे सैकड़ों गांवों में बिजली और पानी की समस्या गहरा गई है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने अगले 6 घंटों के लिए अलर्ट जारी किया है।
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चंबा और कांगड़ा जिलों में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
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वहीं बिलासपुर, हमीरपुर, किन्नौर, कुल्लू, लाहुल-स्पीति, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना में भी हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
निष्कर्ष
हिमाचल प्रदेश में इस समय प्राकृतिक आपदा जैसी स्थिति बनी हुई है। भूस्खलन और मूसलाधार बारिश से जहां सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त है, वहीं बिजली और पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम विभाग की चेतावनी का पालन करें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
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